कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल दौरे के पहले दिन मई या जून में GTA का चुनाव कराने का ऐलान किया है। तीन दिवसीय दौरे के दौरान वह दार्जिलिंग की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ बातचीत भी करेंगी। उत्तर बंगाल के दौरे के पहले दिन ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि मई-जून में गोरखा टेरिटॉरियल एडमिनिस्ट्रेशन (GTA) के चुनाव कराये जाएंगे। रविवार को सिलीगुड़ी के गोंसाईपुर में सरकारी परियोजना का उद्घाटन करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, “मैं चाहती हूं कि अगले मई-जून तक जीटीए चुनाव हो जाएं। मैं उस काम की निगरानी के लिए यहां आई हूं। मैं तीन दिन रहूंगी, हमें पहाड़ के राजनीतिकों के साथ बातचीत करनी होगी।”
उनके इस बयान के बाद गोरखा प्रादेशिक प्रशासन में चुनाव को लेकर अटकलें तेज हो गयी हैं। ममता बनर्जी ने कहा, “जिस तरह सिलीगुड़ी में नगर निगम के चुनाव हुए थे, उसी तरह पहाड़ों में भी पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से होंगे। जो लोग पंचायत में हैं उन्हें मन लगाकर काम करना चाहिए।” ममता बनर्जी ने कहा,“अगले साल पंचायत चुनाव भी होंगे। पहाड़ में द्विस्तरीय पंचायत व्यवस्था है। केंद्र सरकार इस कानून में संशोधन करे और इसे त्रिस्तरीय पंचायत की मान्यता दें। मैं चाहती हूं कि लोकतंत्र में लोकतांत्रिक त्योहार की तरह शांतिपूर्ण मतदान हो। जिस तरह से आपने सिलीगुड़ी में मतदान किया, अच्छा मतदान किया। कोई यह नहीं कह सकता कि एक चुनाव में धांधली हुई है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “लोगों ने मुझे जिम्मेदारी दी है। इसलिए मेरे काम का दायरा बहुत बढ़ गया है। मैं पहले काम करूंगी, तब मैं कहूंगी। जलपाईगुड़ी के सिलीगुड़ी में मिल कर हम पहाड़ों पर जाएंगे, क्योंकि वहां मुझे GTA के बारे में बात करनी है। मैं चाहती हूं कि जीटीए वोट मई-जून में हो। पहाड़ों में पहले ही शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हो चुका है। मुझे जीटीए वोट भी चाहिए, मैं पहाड़ों में दो स्तरीय पंचायत वोट चाहती हूं, लेकिन पहाड़ियों में दो स्तरीय पंचायतें हैं. त्रिस्तरीय पंचायत के लिए अटका हुआ है। हमने केंद्र से पहाड़ियों में भी त्रिस्तरीय पंचायत बनाने को कहा है। तब हम पहाड़ी इलाकों में भी त्रिस्तर पंचायत वोट कर सकते हैं।”
जीटीए चुनाव को लेकर ममता ने आगे कहा, ”मुझे उम्मीद है कि पहाड़ी भाई-बहन भी जाएंगे और जीटीए को वोट देकर जीटीए बनाएंगे। इसके लिए हमें कुछ राजनीतिक दलों से बात करनी होगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 110 करोड़ रुपये की लागत से उत्तर बंगाल में 11 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दिन पहाड़ी पर जाने से पहले ममता ने कहा कि ‘दीदी के बोलो’ कार्यक्रम के जरिए उत्तर बंगाल की कई समस्याओं का समाधान किया गया है। अब दुआरे सरकार योजना के तहत प्रखंड दर प्रखंड कैंप कर काम चल रहा है। 6 करोड़ 44 लाख लोगों ने सेवा प्राप्त की है।
साल 2017 में पहाड़ी विकास योजना में कलिम्पोंग को दार्जिलिंग के अलावा एक अलग जिले का दर्जा दिया गया था। उन्हें GTA, गोरखा प्रादेशिक प्रशासन के तहत रखा गया था, लेकिन कलिम्पोंग के विधायक रुडेन लेप्चा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि जीटीए के तहत कोई सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अलग जिले बनने के बाद विकास की काफी उम्मीद है, लेकिन पिछले 5 सालों में उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। इसलिए कलिम्पोंग अब GTA में नहीं रहना चाहता है। इसके बजाय जिला परिषदों का गठन कर विकास पर जोर दिया जाए।