कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना की स्थिति में सुधार के बाद बंगाल जाने वाली उड़ानों पर लगी रोक हटा ली है। अब घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं नियमित रूप से बंगाल के लिए उड़ान भर सकेंगी। सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न से जारी आदेश में यह जानकारी दी गयी है। मंगलवार यानी आज से पाबंदियां में रियायत दी गई हैं। राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव बीपी गोपालिका ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव राजीव बंसल को लिखे पत्र में कहा है कि कोविड के मद्देनजर विमान सेवाओं पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है।
पत्र के अनुसार, राज्य में पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की स्थिति सामान्य होने के कारण यह निर्णय लिया गया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना के मद्देनजर पाबंदियों में काफी रियायत दी हैं। केंद्र को लिखे पत्र में बी.पी. गोपालिका ने कहा कि देश के किसी भी हिस्से से आने वाली घरेलू उड़ानों के लिए राज्य में उतरने पर कोई रोक नहीं है। हालांकि, आने वाले यात्रियों को पूरी तरह से टीका लगा हुआ होना चाहिए या प्रस्थान के 72 घंटों के भीतर अनिवार्य आरटीपीसीआर करना होगा।
इसी तरह राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर सभी प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है। हालांकि इस मामले में भी यात्रियों को कोरोना के नियमों का पालन करना होगा। यह नया नियम अगले 15 फरवरी यानी आज मंगलवार से लागू हो रहा है। इससे पहले राज्य सरकार ने कोरोना प्रकोप की तीसरी लहर के दौरान मुंबई सहित कई शहरों से आने वाले विमान पर रोक लगा दी थी। राजधानी दिल्ली के साथ उड़ान सेवाओं को भी नियंत्रण लगाया गया था।
प्रारंभ में राज्य ने दिल्ली और मुंबई से उड़ानों को सप्ताह में दो बार कोलकाता में उतरने की अनुमति दी गई थी, लेकिन यात्रियों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए एक दो दिन बाद राज्य ने हवाई सेवा को दो के बजाय तीन दिन करने का फैसला किया गया था।
अब तक मुंबई और दिल्ली से उड़ानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को राज्य में आ पाती हैं, लेकिन अब से नियमित उड़ान शुरू हो पाएंगी। साथ ही ब्रिटेन सहित कई देशों के साथ हवाई संपर्क को नियंत्रण में लाया गया था। इस बार नवान्न ने उन मामलों में विमान उतारने के सभी नियमों में ढील दी है। हालांकि लैंडिंग के नियमों में ढील देने के बाद भी यात्रियों के लिए कोरोना के नियम लागू हैं।