देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून जिले में रविवार सुबह एक यात्री वाहन के गहरी खाई में गिरने से उसमें सवार 13 यात्रियों की मौके पर ही मृत्यु हो गई और दो लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में एक व्यक्ति हिमाचल प्रदेश का निवासी है और इस हादसे में एक दम्पत्ति और उनकी पुत्री की मौत हो गई है। राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की प्रवक्ता ललिता दास नेगी ने यूनीवार्ता को बताया कि आज प्रात: समय करीब: 08:15 बजे थाना चकराता अंतर्गत, त्यूणी मार्ग पर राजस्व क्षेत्र ग्राम बायला के पास एक बलेरो वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया।
उक्त सूचना पर थाना चकराता से पुलिस बल और एसडीआरएफ की टीमें तत्काल मौके पर पहुंची तथा राहत एवं बचाव कार्य प्रारम्भ किया गया। उन्होंने बताया कि वाहन में कुल 15 सवारियां सवार थी, जिनमें से 13 की मौके पर मृत्यु हो गयी जबकि दो घायलों को निकाल कर उपचार हेतु नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। नेगी ने बताया कि यह वाहन ग्राम बायला से विकासनगर के लिये प्रात: 08: 00 बजे चला था और गांव से आगे लगभग 100 मीटर की दूरी पर वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मातबर सिंह पुत्र स्व0 भगत सिहं , (48) , रेखा चौहान, पत्नी मातबर सिंह, (30) , तानिया पुत्री मातबर सिंह, (11) , ईशा चौहान पुत्री गजेन्द्र सिंह, (18) , काजल पुत्री जगतू सिंह, (15), जयपाल सिंह पुत्र भाउ सिहं, (40) , साधु राम पुत्र गुलाब सिहं, (60) , अजंली पुत्री जयपाल सिंह, (13) , दान सिहं पुत्र रत्तू सिंह, (60) , रतन सिंह पुत्र रति राम, (50) वर्ष, नरेन्द्र सिंह पुत्र भाउ सिह, (35) , सभी निवासी ग्राम बायला, चकराता (देहरादून) जीतू राम पुत्र फेतिया निवासी: ग्रा0 मलेथा चकराता (34) और हरि राम पुत्र देवी राम निवासी: ग्रा0 खडका सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) (52) वर्ष की भी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा, ऋतिक पुत्र इन्द्र सिंह निवासी ग्रा बायला चकराता (06) और गजेन्द्र तोमर पुत्र दल सिंह निवासी ग्रा0 पिथुवा चकराता (29) को गम्भीर हालत में चकराता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में मौके पर पहुंच गए हैं। इसके साथ, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और राजस्व तथा पुलिस विभाग के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गये। मृतकों के शवों का घटना स्थल पर ही पोस्टमार्टम कर, शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।