धूलि जिस पद की पाषाण को तार दे
जग को निर्वाण पद-नख की जल-धार दे
पी के जो पाद-पीयूष केवट तरे
क्यों न “देवेंद्र”, उस पद पे सब वार देडीपी सिंह
धूलि जिस पद की पाषाण को तार दे
जग को निर्वाण पद-नख की जल-धार दे
पी के जो पाद-पीयूष केवट तरे
क्यों न “देवेंद्र”, उस पद पे सब वार देडीपी सिंह