नीक राजपुत की कविता : किताब मेरी दोस्त

किताब मेरी दोस्त

किताब है  मेरी  सबसे  अच्छी   दोस्त
और  मेरे  जीवन  की  रौशनी  किताब
ने जीना  सीखाया  किताब  ने बोलना
सिखाया मेरे सभी  सवालों का जवाब
है  विचारों  के   युद्ध  मे  सबसे   बड़ा
अस्त्र है किताब एक अनमोल उपहार
है  किताब  जो  हमें  एकांत  समय में
हमारा   साथ  देती  है  खुद को  बोझ
बनने से बचाती है  किताब  एक ऐसी
यात्रा है जिस पथ पर बिना  पाँव रखें
चाहा सफर  कर सकतें है  किताब है
जीवन की सही पेहचान इसका मूल्य
रत्नों, खरा  सोना  से  भी  अधिक है
क्योंकि   किताब    अंतःकरण    को
उज्ज्वल  करतीं   है  किताब  हमारी
सोच का  नज़रिया   बदल  सकती है
किताब  से  बढ़कर  वफादार   दोस्त
दुनिया में और कोई  नही किताबों के
बिना जीवन  जैसे  बिन आत्मा शरीर
किताब जीवन का आधार है में लोगों
से अधिक किताबों से प्यार करता हूँ

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