कोलकाता। Narad Scam : वरिष्ठ अधिवक्ता और सी.पी.एम. नेता तथा कोलकाता कारपोरेशन के पूर्व मेयर विकाश रंजन ने कहा कि उनमें से प्रत्येक आरोपी को गिरफ्तार कर हिरासत में लिया जाना चाहिए और उन पर तुरंत आरोपपत्र दाखिल करके जल्दी से जल्द मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि बिना विधानसभा स्पीकर की अनुमति के सुब्रतो मुखोपाध्याय, फिरहाद हाकिम, मदन मित्र और शोभन चट्टोपाध्याय को कैसे सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया, के जबाब में विकाश भट्टाचार्य ने कहा कि राज्यपाल ने चार्जशीट दाखिल करने की मंजूरी देकर बिलकुल ठीक किया है। सीबीआई द्वारा इनकी गिरफ्तारी में कोई त्रुटि नहीं है।
सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा यह भी आरोप लगाया कि सीबीआई ने इस मामले में कानून तोड़ा है। वरिष्ठ अधिवक्ता और सी. पी.एम. नेता विकाश रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि इनकी गिरफ्तारी में कुछ भी गलत नहीं है। विकास रंजन ने कहा कि नारदकांड में गिरफ्तार लोगों के खिलाफ निर्दिष्ट आपराधिक आरोप है तथा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जांच चल रही है।
सीबीआई के पास अब जांच खत्म होने के बाद मुकदमा शुरू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। मेरे विचार से यहां जिस तरह का अपराध हुआ है, उसके लिए किसी मंजूरी की जरूरत नहीं है। लोकसभा या विधानसभा के अध्यक्ष की मंजूरी के संबंध में विकाश भट्टाचार्य ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष से मंजूरी मांगी गई है। जबकि आरोपी विधायकों के खिलाफ चार्जशीट जारी करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से औपचारिक मंजूरी मांगी जाती है लेकिन जब हमने कोर्ट में केस दायर किया तो कहा गया कि विधानसभा अध्यक्ष से मंजूरी नहीं मांगी गई।
इस आधार पर कोर्ट मंजूरी लेने की बात कहती है। परंतु जब राज्य में विधानसभा नहीं थी तो राज्यपाल ने वह मंजूरी दे दी, बहुत बढ़िया काम किया। विकास रंजन ने आगे कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके अलावा शुवेंदु अधिकारी, मुकुल रॉय, काकली घोष दस्तीदार, प्रसून बंद्योपाध्याय, सौगत रॉय कोई भी इस आपराधिक कृत्य से मुक्त नहीं है। उनमें से प्रत्येक को गिरफ्तार करके हिरासत में लिया जाना चाहिए। तुरंत आरोप पत्र दाखिल कर इन सभी पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।