Demand made to the central government to conduct a zoological survey in the Teesta river area

तीस्ता नदी क्षेत्र में केंद्र सरकार से की जूलॉजिकल सर्वे करने की मांग

  • एनएच 10 को बचाने के लिए आंदोलन शुरू करने जा रहा है एचएचटीडीएन 

सिलीगुड़ी (न्यूज़ एशिया):  सिक्किम की जीवन रेखा कही जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 10 पर आए दिन भूस्खलन हो रहा है, जिससे यातायात पूरी तरीके से बाधित हो जा रहा है।  इसको लेकर आज हिमालय हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म डेवलपमेंट नेटवर्क (एचएचटीडीएन) की तरफ से एक पत्रकार सम्मेलन का आयोजन कर केंद्र सरकार से पूरे क्षेत्र में जूलॉजिकल सर्वे करने की मांग की गई।

हिमालय टूरिज्म की तरफ से सम्राट सान्याल ने कहा कि पिछले कुछ समय हम लोग देख रहे हैं कि तीस्ता नदी में काफी परिवर्तन आ रहा है। नदी अपनी धारा बार-बार बदल रही है, जिसके कारण एनएच 10 को काफी नुकसान पहुंच रहा है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 10 को बचाना काफी जरूरी है। भले ही वैकल्पिक रास्ता तैयार किया जाए लेकिन राष्ट्रीय राज्य मार्ग 10 की रक्षा करना भी बहुत जरूरी है। इसके लिए उनकी संस्था आंदोलन भी शुरू करेगी और इसका अभियान की शुरुआत हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि पूरे इलाके में काफी परिवर्तन आ रहा है इसको देखते हुए जरूरी हो गया है कि केंद्र सरकार इस इलाके का जूलॉजिकल सर्वे कराये और इस क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन के विषय में सही जानकारी हासिल करें। पहले टूरिज्म इंडस्ट्री संगठित नहीं थी लेकिन राज्य सरकार के निर्देश पर अब इसको संगठित किया जा रहा है।

जितने भी टूर ऑपरेटर और ट्रेवल्स एजेंट है सब का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है।  इसलिए सभी को रजिस्ट्रेशन के लिए आगे आना चाहिए।  लगातार पूरे भूस्खलन के कारण टूरिज्म इंडस्ट्री को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। वे इस मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री, सिक्किम के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री को लिखित जानकारी देंगें।

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