गोपाल नेवार की कविता : दुनियाँ कहाँ जा रहा है
दुनियाँ कहाँ जा रहा है समाज का माहौल बिगड़ता जा रहा है कैसे समझाएं समझ
पारो शैवलिनी की गज़ल : साथ हरदम रहेगा
साथ हरदम रहेगा शाम ढलती रहेगी, उम्र ढलता रहेगा। प्यार रोशन हमारा तो होता रहेगा।
साहित्यिक संस्था पोथी बस्ता द्वारा Zoom जूम एप पर महिला दिवस कार्यक्रम आयोजित
अनु नेवटिया, कोलकाता : साहित्यिक संस्था पोथी बस्ता द्वारा ZOOM ऐप पर आयोजित कार्यक्रम “मनमर्ज़ियाँ,
कविता में भार और धार के साथ वार भी होना चाहिए
राष्टृीय कवि संगम का द्वितीय प्रांतीय अधिवेशन संपन्न रीमा पांडेय, कोलकाता : ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की
#Women Day : गोपाल नेवार की कविता : “नारी”
आज 8 मार्च 2021 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर नारी शक्ति को मेरा प्यार
महिला दिवस पर विशेष भोजपुरी कविता : “नाहीं कहली”
“नाहीं कहली” खुलि के कबहूँ आपन उ बात नाहीं कहली, जागल जवन प्यार में ज़ज्बात
अजय तिवारी की कविता : “आज का व्यवहार”
“आज का व्यवहार” माया , मोह , लोभ, चिंता में भटक रहा संसार है। मैं
डीपी सिंह की कुण्डलिया
न्याय व्यवस्था देश की, बिल्कुल ही है भिन्न तय जवाब पहले करें, तदनुसार हल भिन्न
नीलांबर कोलकाता द्वारा रेणु की कहानी संवदिया पर बनी फिल्म की स्क्रीनिंग एवं संवाद कार्यक्रम संपन्न
आनंद गुप्ता : अररिया, रेणु ग्राम में लोक-हृदय सम्राट, आंचलिकता को हिंदी में स्थापित करनेवाले
कुरूक्षेत्रःअभिमन्यु सर्ग (अंतिम भाग)
कुरूक्षेत्रःअभिमन्यु सर्ग (अंतिम भाग) कर रहा वीर यों सिंहनाद, ज्यों मेघ कर रहे घोर नाद,