नदी घाट खोलने के लिए दिया गया 7 दिनों का अल्टीमेटम

सिलीगुड़ी। नदी के सभी घाट 10 महीने से बंद पड़े हुए हैं। नदी घाटों को खोलने की मांग को लेकर ट्रैक्टर चालक और कार्यकर्ता विरोध में शामिल हुए। बुधवार को सिलीगुड़ी महाकुमा के पानी टंकी के मेची नदी घाट पर ट्रैक्टर चालक व कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। ट्रैक्टर चालकों की शिकायत है कि पिछले 10 माह से नदी घाट से बालू पत्थर निकालना बंद है। नतीजतन, हमें परिवार चलाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। आमदनी के अभाव में बच्चों की पढ़ाई का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है।

इस मामले की जानकारी क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। दार्जिलिंग के जिलाधिकारी को सूचित करने के बाद भी उन्होंने समस्या को तो स्वीकार किया, लेकिन अभी तक कुछ कार्यवाई नहीं हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर अगले सात दिनों के भीतर इस नदी घाट को नहीं खोला गया तो वे सपरिवार वीडियो कार्यालय में धरने पर बैठ जाएंगे।

सिलीगुड़ी : इस साल 13 हजार 234 विद्यार्थी देंगे माध्यमिक परीक्षा, 50 केंद्रों में सीसीटीवी से होगी निगरानी

सिलीगुड़ी। इस साल माध्यमिक परीक्षा 23 फरवरी से शुरू होगी। उसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। हालांकि, प्रश्न पत्र लीक होने से होने वाली नकल को रोकने के लिए माध्यमिक बोर्ड के अधिकारियों ने इस साल अतिरिक्त कदम उठाए हैं। बताया जा रहा है कि परीक्षा केंद्रों पर इनविजिलेटर के साथ फ्लाइंग गार्ड भी रहेंगे जो मूल रूप से संदिग्ध अभ्यर्थियों पर नजर रखेगा। इस वर्ष सिलीगुड़ी शिक्षा जिले में माध्यमिक परीक्षार्थियों की संख्या 13 हजार 234 है। पिछले साल अभ्यर्थियों की संख्या 14 हजार 239 थी। आंकड़े बताते हैं कि इस साल कैंडिडेट्स की संख्या पिछले साल के मुकाबले काफी कम है।

सूत्रों के मुताबिक कोविड महामारी के चलते कई छात्रों की पढ़ाई बंद हो गई है। इस वजह से संख्या घटी है। इसके अलावा, उम्मीदवारों की संख्या में कमी के पीछे और भी कई कारण हैं। पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, उत्तर बंगाल की क्षेत्रीय अधिकारी सुप्रिया सेन ने कहा, ‘तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। परीक्षा केंद्रों पर पैनी नजर रहेगी। सिलीगुड़ी में कुल 50 केंद्र हैं। इनमें 10 केंद्र संवेदनशील हैं। सभी केंद्र सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे।

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