मॉस्को। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष के बीच हाल ही में संपन्न हुए नाटो शिखर सम्मेलन को “कमजोर” बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि नाटो ने यूक्रेन को 50 टन डीजल प्रदान करने के अलावा कुछ नहीं किया। जेलेंस्की ने कहा, “आज नाटो शिखर सम्मेलन हुआ। यह एक कमजोर शिखर सम्मेलन था, एक भ्रमित शिखर सम्मेलन, एक ऐसा सम्मेलन जो दिखाता है कि यूरोप में हर कोई स्वतंत्रता की लड़ाई को एक लक्ष्य नहीं मानता है।” जेलेंस्की ने नाटो सदस्यों पर आरोप लगाया कि उन्होंने यूक्रेन पर हमला शुरू करने के लिए रूस को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि नाटो ने यूक्रेन को 50 टन डीजल प्रदान करने के अलावा कुछ नहीं किया।
नाटो में विलय के लिए तैयार हुआ फिनलैंड : यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान के कारण फिनलैंड नाटो में अपने संभावित विलय पर चर्चा के लिए तैयार हो गया है। इस संबंध में फिनलैंड के राष्ट्रपति साउली निनिस्टो ने कहा है कि यूक्रेन में रूसी सैन्य आक्रमण के बाद पूर्वी और उत्तरी यूरोप की स्थिति में काफी बदलाव आया है जिसकी वजह से वह नाटो सदस्यता पर विचार करने के लिए तैयार हैं। “फिनलैंड और स्वीडन दोनों की स्थिति बदली है। हम पहली बार चुनावों में देख रहे हैं कि अधिकांश लोग नाटो में शामिल होने के समर्थन में हैं। अब हम इस पर संसद में चर्चा करने के लिए तैयार हैं।”