वाराणसी। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो व्यक्ति को भूलकर भी सोते समय पूर्व या दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए, अन्यथा आपको स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अच्छी नींद के लिए क्या जरूरी है और हमें किस दिशा में सिर रखना चाहिए।
सोते समय पैर किस दिशा में होने चाहिए : अच्छी नींद का होना और नींद पूरी होना हमारे लिए बहुत आवश्यक है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अच्छी नींद के लिए दिशाओं का ज्ञान आवश्यक है। हिन्दू पौराणिक ग्रंथों में भी अच्छी नींद को लेकर कई निर्देश दिए गए हैं। अक्सर आपने घर के बड़े बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि अच्छी नींद लेना कितना आवश्यक है। इनके अनुसार नींद का हमारे शारीरिक औऱ मानसिक स्वास्थ्य से गहरा संबंध होता है।
लेकिन अच्छी नींद के लिए शयनकक्ष का सही दिशा में होना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि हमें इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए कि हमें किस दिशा में सिर और किस दिशा में पैर रखकर सोना चाहिए। यही कारण है कि ऋषि मुनियों ने सोने के लिए कुछ नियम बताए हैं ताकि मनुष्य को इसका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो व्यक्ति को भूलकर भी सोते समय पूर्व या दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए। अन्यथा आपको स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसे में आइए जानते हैं कि अच्छी नींद के लिए क्या जरूरी है और हमें किस दिशा में सिर रखना चाहिए।
सोते समय दक्षिण दिशा में हो सिर : दक्षिण दिशा में सिर रखकर सोने से व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ के साथ सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। वहीं इस दिशा में पैर करके सोने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं इस दिशा में पैर करके सोने से धन हानि, रोग का भय रहता है। इसलिए उत्तर दिशा में भूलकर भी सिर रखकर नहीं सोना चाहिए। सोते समय ध्यान रहे कि आपका सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में हो तथा पैर उत्तर या पश्चिम दिशा में हों।
ज्योतिर्विद् वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848