नयी दिल्ली : देश-विदेश में करोड़ों की संख्या में लोगों ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने-अपने घरों में योग किया और एक-दूसरे से डिजिटलों मंचों के सहारे जुड़े, सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो साझा किए, साथ ही कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में इस प्राचीन विद्या के महत्व के बारे में भी खुल कर लिखा और कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि योग एकता का सूत्र बनकर सामने आया है जिसकी परिधि नस्ल, रंग, लिंग, पंथ और राष्ट्र की सीमा से परे है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज सुबह अपने करीब 15 मिनट लंबे संबोधन में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया को वर्तमान में योग की सबसे ज्यादा आवश्यकता महसूस हो रही है और भारत की यह प्राचीन विद्या दुनिया भर में लाखों मरीजों को कोविड-19 को हराने में मदद कर रही है।
पिछले पांच साल की तरह इस बार कोई बड़ा सामूहिक आयोजन भले ही ना हुआ हो, लेकिन लोगों ने अपने-अपने घरों में योग और प्राणायम किए, कुछ जगहों पर लोग छोटे-छोटे समूहों में दो गज की दूरी और अन्य नियमों का पालन करते हुए पार्क में भी योग करते नजर आए। कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल के योग दिवस का थीम था ‘घर में योग, परिवार के साथ योग।’’
जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी तमाम हस्तियों ने अपनी योग करती तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए और साथ ही जीवन में तनाव और कोरोना वायरस से लड़ने में योग के महत्व के बारे में भी लिखा और कहा।
लेकिन इस योग दिवस पर संभवत: सबसे सुन्दर तस्वीरें हिमाचल की ऊंचाईयों से आयी हैं जहां भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के जवान लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम सहित कई जगहों पर शून्य से भी कम तापमान में योग करते नजर आ रहे हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि तनाव के इस दौर में और खास तौर पर कोरोना वायरस महामारी के दौरान योग से तन और मन स्वस्थ रहता है। दुनिया भर में भारतीय दूतावासों और अन्य मिशनों ने इस अवसर पर वर्चुअल कार्यक्रमों का आयोजन किया क्योंकि कोविड-19 के कारण सभी जगह लोगों के एकत्र होने की मनाही है। अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, तुर्की, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल और अन्य कई देशों में लोग टीशर्ट-पैंट पहने, कई जगहों पर मास्क लगाए योग करते नजर आए।