राम पुकार सिंह, कोलकाता। हावड़ा म्यूजिक एसोशिएसन द्वारा शरत सदन के प्रेक्षागृह – 2 में “मिलन उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमे हावड़ा के विभिन्न संगीत समूह ने अपनी कला का प्रदर्शन किया जिसमें 200 कलाकारों ने अपनी सगीत कला का सफल प्रदर्शन किया। संगीत के क्षेत्र में बंगाल का बहुत बड़ा योगदान रहा है। कला के पारखी एवं मर्मज्ञ यहाँ के लोग तो हैं ही, ताल और सुर में भी मँजे होते है। इस कार्यक्रम को देखने वाले इससे शत प्रतिशत सहमत होंगे।
इस संगीत कार्यक्रम में रवीन्द्र सगीत, नजरूल गीति, अतुल प्रसादी, रजनीकांत सेन, डी.एल. राय, आधुनिक, लोकगीति एवं मौलिक गीत का गुलदस्ता लेकर एसोशिएसन के सदस्यों ने सुरों के जादू से सुबह को और मदमस्त बना दिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ उद्बोधन संगीत (संस्कृत) में अत्यंत सुरीले स्वर में हुआ जिससे कार्यक्रम के शुरु में ही चार चाँद लग गए। समूह के प्रत्येक सदस्य का स्वागत चंदन का टीका एवं एक उपहार द्वारा किया गया।
शुभेन्दु ठाकुर ने अपने वक्तव्य में कहा कि – “संगीत हमेशा लोगों को एक दूसरे के नजदीक लाता है।” संयुक्त संपादक अमित कुमार लाहा व अचेना साध्य ने बताया कि आगामी दिनों में ऐसे मिलनोत्सव, कार्यशाला व अन्य कार्यक्रम करने की योजना बनाई जा रही हैं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान से किया गया।