तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : रेलनगरी खड़गपुर में बुधवार की सुबह मानो सवालों के साथ शुरू हुई थी। हर कोई हैरान था और परेशान भी क्योंकि मेदिनीपुर के साथ जिला प्रशासन ने 35 वार्डों वाले खड़गपुर शहर को भी कंटेनमेंट जोन की श्रेणी में रखते हुए आठ दिनों का संपूर्ण लॉक डाउन घोषित कर दिया था । सोशल मीडिया इस आशय के समाचार से पटा था । लेकिन हर जुबां पर एक ही सवाल था – आखिर क्यों ?? पता चला कि देर रात लिया गया फैसला बुधवार से ही लागू होना था , लेकिन काफी विचार के बाद एक दिन की मोहलत दी गई।
दोपहर होने से पहले शुरू हुई प्रशासन की मुनादी तमाम किंतु – परंतु पर फुल स्टॉप लगा चुकी थी।
इसी के साथ आम नागरिकों में कसमसाहट शुरू हो गई। हर कोई जानना चाहता था कि प्रशासन ने आखिर इतना बड़ा फैसला अचानक लिया क्यों ?? क्योंकि कोरोना से जुड़े मामले काफी बढ़ गए हों , ऐसी कोई जानकारी लोगों के पास नहीं थी। लॉक डाउन से प्रभावित होने वालों का दर्द जुबान पर आ चुका था।
कारोबारियों के तमाम संगठन भी बेचैन हो उठे। आखिरकार दोपहर तक वो खबर आ गई जो शहरवासियों के लिए किसी खुशखबरी से कम न थी। पता चला कि काफी विचार के बाद प्रशासन ने अपना फैसला बदल दिया है। जिसके तहत अब खड़गपुर नगरपालिका वार्ड 13 , 15 , 31 , 32 और 35 ही माइक्रो कंटेनमेंट जोन की श्रेणी में रहेंगे और वहां संपूर्ण लॉकडाउन लागू रहेगा।