भोपाल । इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर स्टेट सेंटर भोपाल में विश्व पर्यावरण दिवस पर वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमें अतिथि वक्ता डॉ. एम.के. गोयल, प्रोफेसर आईआईटी, इन्दौर, डॉ. ऐ.के. शर्मा, प्रोफेसर एमएएनआईटी, भोपाल एवं इंजी. विवेक रंजन श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त चीफ इंजिनियर, विद्युत विभाग जबलपुर थे। स्टेट सेंटर के अध्यक्ष राजेश बिसारिया ने सभी अतिथि वक्ता एवं प्रतिभागियो का स्वागत किया और उन्हाने विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘ओनली वन अर्थ’ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अतिथि वक्ता डॉ. एम.के. गोयल, प्रोफेसर आईआईटी, इन्दौर, ने पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव के माध्यम से बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी उन्होने बताया कि पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जिससे पास मौसम और जलवायु में विविधता है जो अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है।
लेकिन हम इंसान अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए प्रकृति का लगातार दोहन कर रहे है। इसे बचाने के लिए हमें सामयिक प्रयत्न करना चाहिए नही तो भविष्य में हमें कई आपदाओ का सामना करना पड़ेगा। इसके बाद अतिथि वक्ता डॉ. ऐ.के. शर्मा, प्रोफेसर एमएएनआईटी, भोपाल ने बताया वाहन प्रदूषण द्वारा पर्यावरण में हानिकारक प्रभाव हो रहे हैं। प्रदूषक के रूप में जानी जाने वाली इन सामग्रियों का मानव स्वास्थ्य और परिस्थितिकी तंत्र पर बुरे प्रभाव पड़ते है। आज सड़को पर उपलब्ध वाहनों की अधिक संख्या के कारण दुनिया भर के कई देशों में वायु प्रदूषण की समस्या विकराल बनती जा रही है।
अतिथि वक्ता इंजी. विवेक रंजन श्रीवास्तव ने बताया जिस ग्रह पर हम रहते है। उसका नाम पृथ्वी है पूरे ब्रहमांड में कई ग्रह है लेकिन वे सभी पृथ्वी की तरह जीवन जीने में सक्षम नही है वैज्ञानिक वर्षो से ब्रहमाण्ड में खोज कर रहे है लेकिन अब तक उन्हें पृथ्वी जैसा ग्रह नही मिला है। पृथ्वी को प्रदुषण से बचाने के लिए हमें समवेत प्रयास करना पडे़गे। उन्होने कहा कि पर्यावरण दिवस का वैश्विक आयोजन इसी उद्देश्य से किया जाता है कि हम अपनी पृथ्वी को समझें व अपनी अपनी जीवनर्चया में सुधार करें। आयोजन के अंत में अविनाश चन्द्रा, सचिव ने सभी अतिथि वक्ताओं , डॉ. एच.एल. तिवारी, कन्वेनर डॉ. भरत मुढेरा, कार्यक्रम व्यवस्थापक एवं समस्त प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।