कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान जारी है। हिंसा मुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने की पूरी कोशिश की जा रही है लेकिन इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है कि पश्चिम बंगाल का चुनावी इतिहास रक्तरंजित रहा है। जब सीधे धमकी देने के सारे विकल्प लगभग बंद हो गए तो इस बार सत्तारूढ़ पार्टी ने विरोधी पक्ष के उम्मीदवारों को धमकाने के लिए नए तरीके ढूंढ लिए है। कहीं पर किसी उम्मीदवार के घर के बाहर बम, कफन और चाकू रख दिए तो कहीं किसी पार्टी के झंडे पर बम और सफेद फूल और माला रख दिए गए।
एक महिला उम्मीदवार के घर के बाहर सफेद साड़ी, गीता, तुलसी का माला रख कर साइलेंट धमकी दी जा रही है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा, इसके लिए सीधे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा, जो हरा नहीं सकता वह केवल बदनाम कर सकता है।
पंचायत चुनाव में नए-नए तरीकों से विरोधियों को धमकाया जा रहा है। बनगांव के भाजपा प्रत्याशी आशीष मंडल के घर के सामने किसी ने भाजपा के झंडे के ऊपर सफेद कपड़ा (कफन का कपड़ा), सफेद माला और तीन बम रख दिए। मंडल बनगांव ब्लॉक के घाबाउर ग्राम पंचायत 20 नंबर पंचायत समिति सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं। इसी तरह से हावड़ा विधानसभा के पृथिवा पंचायत की सीट पर खड़ी तृणंमूल कांग्रेस की उम्मीदवार के पति की दुकान पर किसी ने बम लटका दिए। पीड़ित अनारुल हक ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने थैले से पांच बम बरामद किए।
नदिया में भाजपा उम्मीदवार के घर के सामने सफेद साड़ी, तुलसी पत्र, गीता और अगरबत्ती रखा मिला। शुक्रवार सुबह शांतिपुर ब्लॉक के फुलिया बस्ती इलाके में भाजपा उम्मीदवार ने जब दरवाजा खोला तो यह देखकर कांप उठीं। चंचल चक्रवर्ती नदिया जिले के फुलिया टाउनशिप 28 सीट से भाजपा की उम्मीदवार हैं। उनकी बालकनी पर एक सफेद बैग रखा था, जिसमें सफेद साड़ी, तुलसी, गीता, अगरबत्ती और दो रसगुल्ले रखे हुए थे। उनका पूरा परिवार दहशत में है।