नयी दिल्ली। मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले कुछ दिनों की शांति के बाद एक बार फिर राज्य में हिंसा भड़ग उठी है। खबरों के मुताबिक सुबह करीब 5.30 बजे मणिपुर के उखरुल जिले के लिटन पुलिस स्टेशन के अंतर्गत थवई कुकी गांव में संदिग्ध मैतेई सशस्त्र बदमाशों और कुकी स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी हुई। जिसमें तीन कुकी लोगों के मारे जाने की खबर है। इस घटना के बाद क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
खबरों की मानें तो मैतेई उपद्रवियों ने सबसे पहले गांव के ड्यूटी पोस्ट पर हमला किया, जहां स्वयंसेवक गांव की सुरक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे थे। इस गोलीबारी में कुकी स्वयंसेवकों के तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। मारे गए लोगों की पहचान जामखोगिन हाओकिप (26), थांगखोकाई हाओकिप (35) और होलेनसोन बाइते (24) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि घटनास्थल से 37 बीएन बीएसएफ (महादेव) करीब पांच से छह किलोमीटर दूर है।
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उधर, सीपीआई (एम) (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्कसिस्ट)) के नेताओं का एक दल मणिपुर पहुंच चुका है। सीताराम येचुरी की अध्यक्षता में चार नेताओं का ये दल 20 अगस्त तक राज्य के दौरे पर रहेगा। सीताराम येचुरी ने कहा कि हम मणिपुर के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने जा रहे हैं कि भारत उनके साथ है…मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त किया जाना चाहिए। हम शांति बहाल करने के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेंगे। राज्य में स्थिति खतरनाक है और देश की एकता के लिए इसे नियंत्रित करना जरूरी है।