अयोध्या। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यूपी सरकार की पूरी कैबिनेट अयोध्या धाम आई है। उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर आज अहम बैठक हुई। केंद्र और राज्य सरकार की 30,500 करोड़ रुपये से ज्यादा की 178 योजनाएं पहले से ही अयोध्या में चल रही हैं।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि आज कैबिनेट बैठक में 14 महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाए गए। पहला प्रस्ताव उत्तर प्रदेश में अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना का था। हमने राज्य स्तर पर इस प्राधिकरण को बनाने का निर्णय लिया है। योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक नगरी अयोध्या में कैबिनेट की बैठक से पूर्व, अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ हनुमान गढ़ी और राम मंदिर में प्रार्थना की।
योगी आदित्यनाथ और उनके कैबिनेट के साथी अयोध्या पहुंचे और हनुमान गढ़ी मंदिर गए और फिर राम मंदिर की ओर बढ़े। राम मंदिर में अगले साल के शुरू में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के कैबिनेट की बैठक करने के लिए सरयू नदी के किनारे स्थित कथा मंडपम पहुंचने का कार्यक्रम है।
नौ नवंबर की तिथि इस मायने में खास है क्योंकि इसी दिन उच्चतम न्यायालय ने 2019 में बाबरी मस्जिद- राम जन्मभूमि मामले में अपना फैसला सुनाया था, जिससे राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ। वर्ष 1989 में नौ नवंबर को ही विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर के लिए शिलान्यास किया था। यह दुर्लभ ही है कि राज्य कैबिनेट की बैठक राज्य की राजधानी से बाहर हो। लखनऊ से बाहर इससे पूर्व, पहली बार जनवरी, 2019 में प्रयागराज में कैबिनेट की बैठक हुई थी।