विनय सिंह बैस, नई दिल्ली । सन 1988 में रायबरेली के ऊंचाहार कस्बे में थर्मल पावर स्टेशन स्थापित हुआ तो ऊंचाहार को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने के लिए तत्कालीन इलाहाबाद (वर्तमान प्रयागराज) और दिल्ली के मध्य ‘ऊंचाहार एक्सप्रेस’ रेलगाड़ी शुरू हुई। कालांतर में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज हुआ और ऊंचाहार एक्सप्रेस का विस्तार पहले अंबाला कैंट और फिर चंडीगढ़ तक किया गया। ऊंचाहार एक्सप्रेस में कई परिवर्तन हुए लेकिन इस ‘बैलगाड़ी’ मेरा मतलब ‘रेलगाड़ी’ ने अपनी गति से कभी कोई समझौता नहीं किया। लोग मज़ाक करते कि यह रेलगाड़ी बैलगाड़ी से कुछ तेज़ और घोड़ागाड़ी से कुछ धीरे चलती है। हालांकि यह रेलगाड़ी अपनी इसी मंथर गति से प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव आदि जिले के लोगों को दिल्ली, अंबाला, चंडीगढ़ लाती-ले जाती रही।
चूंकि यह रेलगाड़ी मुख्यतः ग्रमीणों की रेलगाड़ी है और ग्रामीणों के पास और कुछ हो न हो लेकिन समय की कोई कमी नहीं होती। इसलिए चंडीगढ़, अंबाला, दिल्ली से सीधे अपने गांव को जोड़ने वाली इस रेलगाड़ी से इसके यात्रियों को कभी, कोई ज्यादा शिकायत नहीं रही। रेलवे टाइम टेबल के अनुसार इस रेलगाड़ी के लालगंज बैसवारा पहुंचने का समय सुबह 7:15 बजे है। लेकिन इस रेलगाड़ी से नियमित यात्रा करने वाले यात्री इसके पूर्व इतिहास को देखते हुए गर्मियों में सुबह 9 बजे से 10 बजे के बीच और जाड़े के मौसम में मध्यान्ह 12 बजे से दोपहर 1 के बीच अपने परिजनों को स्टेशन बुलाया करते थे।
इस बार मैं दिल्ली से ‘ऊंचाहार एक्सप्रेस’ में बैठा तो पूरी रेलगाड़ी विशेषकर शौचालय की सफाई से काफी प्रभावित हुआ। लेकिन आश्चर्य तो मुझे तब हुआ, जब यह रेलगाड़ी समय से पहले कानपुर पहुंच गई और वहां भी पांच-सात मिनट रुककर आगे चल दी। पहले यह रेलगाड़ी कानपुर में ‘इलेक्ट्रिक’ से ‘डीजल’ इंजन बदलने के लिए कम से कम आधा घंटे औऱ कई बार तो पूरे एक घंटे तक कानपुर सेंट्रल का चाय-नाश्ता कराया करती थी। वास्तविक आश्चर्य तो मुझे तब हुआ जब हम लालगंज भी बिलकुल ठीक समय पर पहुँच गए।
वस्तुतः दिल्ली से कानपुर के मध्य ‘स्पेशल फ्रेट कॉरिडोर’ बन जाने तथा ‘कानपुर’ से ‘लालगंज बैसवारा’ के मध्य रेल लाइन का विद्युतीकरण हो जाने के कारण ऊंचाहार एक्सप्रेस अब ‘बैलगाड़ी’ से सही मायनों में ‘एक्सप्रेस’ बन गई है।
(स्पष्टीकरण : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी व व्यक्तिगत है। इस आलेख में दी गई सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई है।)