मास्को। यूरोपीय संघ डोनेट्स्क और लुहान्स्क को जनवादी गणराज्य (डीपीआर, एलपीआर) के तौर पर मान्यता देने को लेकर रूप पर प्रतिबंध लगाएगा। यह बातें यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कही। दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से जारी बयान में कहा, “संघ इस अवैध कार्य में शामिल लोगों के खिलाफ प्रतिबंध लगाएगा। इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस द्वारा डोनेट्स्क और लुहान्स्क (डीपीआर, एलपीआर) को गणराज्य के तौर पर मान्यता देने के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की आपात बैठक बुलाई है और यूरोपीय संघ से रूस पर लक्षित प्रतिबंध लगाने की अपील की है। यह जानकारी के फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने मंगलवार को दी।
राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा, “राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक के साथ-साथ लक्षित यूरोपीय प्रतिबंधों को लागू का आह्वान किया है।” बयान के मुताबिक मैक्रों ने डीपीआर और एलपीआर को मान्यता देने के रूसी अधिकारियों के फैसले की निंदा की क्योंकि यह रूस की अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन है। उधर, रूस ने विद्रोहियों के कब्जेवाले यूक्रेन के दो प्रांतों डोनेट्स्क और लुहान्स्क को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता प्रदान कर दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक घंटे के टेलीविजन संबोधन के बाद पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क और लुहान्स्क को स्वतंत्र संप्रभु राज्यों के रूप में मान्यता देने के लिए एक समझौता पर हस्ताक्षर किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “मुझे लगता है कि डोनेट्स्क (डीपीआर) और लुगांस्क (एलपीआर) पीपुल्स रिपब्लिक को तुरंत मान्यता देने के लिए एक निर्णय लेना आवश्यक है, जो बहुत पहले किया जाना चाहिए था।” इसके साथ ही उन्होंने यूक्रेन को रूस का अभिन्न अंग भी बताया। रूसी राष्ट्रपति ने कहा, “डोनबास में स्थिति गंभीर है … मैं एक बार फिर बता दूं कि यूक्रेन हमारे लिए सिर्फ एक पड़ोसी देश नहीं है। यह हमारे अपने इतिहास, संस्कृति और आध्यात्मिक दुनिया का एक अभिन्न अंग है। यूक्रेन एक पड़ोसी से अधिक है। श्री लेनिन यूक्रेन के निर्माता और वास्तुकार थे, जिसमें डोनबास का क्षेत्र भी शामिल था।”
पुतिन के संबोधन से कुछ मिनट पहले, क्रेमलिन ने पूर्वी यूक्रेन के अलग-अलग क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देने के निर्णय के बारे में एक बयान जारी किया। बयान में बताया गया कि राष्ट्रपति ने इस फैसले की जानकारी फ्रांस के राष्ट्रपति और जर्मनी के चांसलर को दे दी है।
क्रेमलिन ने एक बयान में कहा, ” राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ टेलीफोन पर बातचीत की।”