दार्जिलिंग। दार्जिलिंग की एक 9 वीं कक्षा के छात्र ने स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर आत्महत्या कर ली। कथित तौर पर स्कूल अधिकारी उस पर लगातार लॉटरी टिकट बेचने का दबाव बना रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृत छात्र दार्जिलिंग सदर क्षेत्र के राजबाड़ी इलाके के एक सरकारी स्कूल में कक्षा 9 का छात्र था। वह दार्जिलिंग के पीबी गुरुंग रोड, प्रगति गांव का रहने वाला था। वह गरीब मजदूर परिवारों का बच्चा था। अगस्त के मध्य में, स्कूल अधिकारियों ने छात्रों को चार पृष्ठों में रैफ़ल टिकट बेचने का काम सौंपा।
छात्र चार रैफ़ल टिकटों में से दो बेचने में सक्षम था। छात्र दो रैफ़ल टिकट बेचकर 800 रुपये इकट्ठा करने में सक्षम हुआ। यह तनाव सहन करने में असमर्थ 16 वर्षीय लड़के ने आत्महत्या कर ली। छात्र के परिजनों की शिकायत के आधार पर दार्जिलिंग सदर थाने की पुलिस ने आरोपी प्रधानाध्यापक गगेंद्र गुरुंगी को गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना के बाद मृत छात्र के परिवार और स्थानीय लोगों ने पहले स्कूल और बाद में दार्जिलिंग पुलिस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया। जादवपुर के बाद दार्जिलिंग में स्कूली छात्र की आत्महत्या से शिक्षा समुदाय काफी चिंतित है। पूरे घटनाक्रम में स्कूल प्रशासन, जिला प्रशासन से लेकर शिक्षा विभाग की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं।