कोलकाता. पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एक और झटका लग सकता है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर (Shantanu Thakur) ने बंगाल भाजपा का व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिया है। उनके इस कदम के बाद से ही अलग-अलग सियासी कयास लगाए जाने लगे हैं। हालांकि, उन्होंने साफ किया है कि जल्द ही अपने ‘भविष्य’ के बारे में मीडिया से जानकारी साझा करेंगे। कुछ समय पहले ही ठाकुर ने प्रदेश समिति सदस्यों में मतुआ समुदाय को तवज्जो नहीं मिलने के चलते अपनी नाराजगी जाहिर की थी।
ठाकुर के करीबी सूत्रों ने बताया कि इन सब के बावजूद ‘यह असंभव है कि वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे।’ उनका कहना है कि वे सिस्टम में रहकर ही लड़ाई लड़ेंगे। सूत्रों ने जानकारी दी है कि ठाकुर की असल समस्या दिलीप घोष खेमे के सदस्यों का प्रदेश समिति में शामिल होना है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए घोष की तरफ से ठाकुर को कई बार दरकिनार किया गया है।
बीजेपी सूत्रों कहना है कि अब तक ठाकुर किसी पार्टी के पास नहीं पहुंचे हैं। वहीं, किसी अन्य पार्टी ने भी उनसे संपर्क नहीं किया है। वे उचित स्थान पर उनकी तरफ से मुद्दा उठाए जाने का इंतजार करेंगे। ठाकुर ने साफ किया है कि उन्होंने ‘पश्चिम बंगाल भाजपा व्हाट्सऐप ग्रुप’ छोड़ा है, लेकिन वे अन्य भाजपा व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं मीडिया के लोगों को अपने भविष्य के बारे में जल्द ही बताऊंगा।’