मालदा । चार सालों में कोई काम नहीं किया है। अब वे इलाके में दंगा लगाने आए हैं। तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा सांसद के काफिले को काले झंडे दिखाकर और गो बैक के नारे लगाकर विरोध जताया। सांसद के काफिले के सामने तृणमूल कार्यकर्ताओं व समर्थक बैठ गए। स्थिति उस समय रणक्षेत्र में बदल गई जब भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने आकर जय श्री राम के नारे लगाए। मारपीट में दोनों पक्षों के समर्थक भिड़ गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची। विरोध कर रहे तृणमूल समर्थकों को हटाया गया। इसके बाद भाजपा सांसद गंतव्य के लिए रवाना हो गए।
पूरी घटना को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। उत्तर मालदा से भाजपा सांसद खगेन मुर्मू बुधवार को हरिश्चंद्रपुर 1 ब्लॉक में ज्ञापन प्रदान कार्यक्रम में जा रहे थे। उत्तर मालदा संगठनात्मक जिला भाजपा अध्यक्ष उज्जल दत्त भी उनके साथ उपस्थित थे। जैसे ही सांसद का काफिला हरिश्चंद्रपुर में दाखिल हुआ, तृणमूल कार्यकर्ताओं ने काफिले को गोपाल केडिया चौराहे के पास रोक लिया, काले झंडे दिखाए और गो बैक के नारे लगाने लगे। तृणमूल की शिकायत है कि भाजपा सांसद ने हरिश्चंद्रपुर के लिए कोई विकास कार्य नहीं किया है। बीजेपी सांसदों को कभी भी लोगों के परेशानी में साथ देते नहीं देखा गया लेकिन अब ये ज्ञापन प्रदान के नाम पर इलाके में दंगे कराने आ गए हैं। इसलिए उन्होंने सांसद को अंदर नहीं जाने दिया।
विरोध के चलते सांसद खगेन मुर्मू को काफी देर तक कार में ही फंसे रहना पड़ा। स्थिति तब और गरम हो गई जब भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक मौके पर पहुंच गए और जय श्री राम के नारे लगाने लगे। तृणमूल पर बीजेपी समर्थकों पर बांस और डंडों से हमला करने का आरोप है। दो गुटों के बीच हुई मारपीट से इलाके में भारी तनाव व्याप्त है। स्थिति को संभालने के लिए हरिश्चंद्रपुर थाने का भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची। पुलिस की कार्रवाई से स्थिति पर काबू पाया गया। तृणमूल कार्यकर्ता समर्थकों के हटने पर सांसद खगेन मुर्मू ज्ञापन देने ब्लॉक कार्यालय पहुंचे।
फिर उन्होंने मीडिया का सामने अपना गुस्सा जाहिर करते हुे राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला। खगेन मुर्मू का आरोप है कि तृणमूल अपने भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए काला झंडा दिखा रही है। पत्रकारों के सवालों के जवाब में सांसद भी अपना आपा खोते दिखे। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा समर्थकों पर हमले से इनकार किया। तृणमूल का दावा है कि भाजपा असामाजिक तत्वों को मौके पर भेजकर माहौल को गरमाना चाहती थी।