कोलकाता: राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व खाद्य मंत्री और वर्तमान में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक से आखिरकार तृणमूल कांग्रेस ने दूरी बढ़ानी शुरू कर दी है। उनकी गिरफ्तारी के बाद एक दिन पहले ही मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि ज्योतिप्रिय मलिक अपना बचाव खुद करेंगे या उनके लिए पार्टी को जो कुछ भी कहना है कहेगी। इसके अलावा पार्टी ने भी इस मामले पर बहुत कुछ नहीं कहा है। अब उत्तर 24 परगना में तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित हुए विजया सम्मेलन के बैनर और फ्लेक्स से ज्योतिप्रिय मलिक की तस्वीर हटा दी गई है।
खास बात यह है कि जिला तृणमूल अध्यक्ष होने के बावजूद उनकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद पार्टी की ओर से उठाया गया यह कदम बड़ा संकेत देने वाला है। विजया सम्मेलन के लिए जो बैनर और फ्लेक्स बनाए गए हैं उसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके भतीजी अभिषेक बनर्जी के साथ बागदा से पार्टी के विधायक विश्वजीत दास की तस्वीर है, लेकिन ज्योतिप्रिय मलिक की तस्वीर हटा ली गई है। खास बात ये है कि पिछले साल जब इसी तरह के कार्यक्रम का आयोजन हुआ था तो पूरे जिले में आयोजित होने वाले विजया सम्मेलन के हर एक बैनर पोस्टर में ज्योतिप्रिय मलिक की तस्वीर थी।
इस बारे में पूछे जाने पर विश्वजीत ने कहा, “स्थानीय स्तर पर विजया सम्मेलन का आयोजन हुआ है। इसका जिले से कोई लेना-देना नहीं है इसलिए ज्योतिप्रिय का नाम हटाया गया है।”हालांकि उन्होंने मलिक की गिरफ्तारी पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना के बकाया फंड के लिए तृणमूल के आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए ही ज्योतिप्रिय मलिक की गिरफ्तारी हुई है। हम उनके साथ हमेशा खड़े रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को करीब 20 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने ज्योतिप्रिय मलिक को गिरफ्तार कर लिया था।