कोलकाता। राजधानी कोलकाता में राज भवन के बाहर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी धरने पर बैठे हुए हैं। 100 दिनों की रोजगार गारंटी योजना समेत अन्य केंद्रीय योजनाओं में फंड भुगतान की मांग पर उनका तीन दिनों से धरना चल रहा है। इस बीच राज्यपाल दार्जिलिंग के राज भवन पहुंचे हैं। उन्हें देखते ही तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाये हैं। जब वह दार्जिलिंग में राजभवन जा रहे थे तो तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले के सामने काले झंडे लहराए।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस दोपहर में सिलीगुड़ी के बागडोगरा हवाई अड्डे पर उतरे और राज्य अतिथि गृह के लिए रवाना हो गये। स्टेट गेस्ट हाउस के ठीक सामने तृणमूल ने राज्यपाल को काला झंडा दिखाया। दरअसल, राज्यपाल ही तृणमूल की तीन सदस्यीय टीम से मुलाकात करने वाले थे। तृणमूल ने इस विरोध प्रदर्शन के बारे में बताया कि यह जनता का विरोध है। राज्यपाल के आसपास पहले भी विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं।
इस घटना के संदर्भ में दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता वेदब्रत दत्ता ने कहा, ”विरोध सिर्फ तृणमूल की ओर से नहीं किया जा रहा है. इस विरोध में आमलोग भी हमारे साथ शामिल हो गए हैं।” उन्होंने कहा, ”पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने शिक्षा क्षेत्र में अराजकता पैदा कर दी है।
जिस तरह से वह अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं, उससे राज्यपाल पद की गरिमा खत्म हो गयी है। बंगाल की जनता गुस्से में है। पूरे बंगाल में असंतोष की आंधी चल रही है। इन्हीं विरोध प्रदर्शनों के बीच राज्यपाल बोस सिलीगुड़ी के स्टेट गेस्ट हाउस पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक, वहां आराम करने के बाद वह दार्जिलिंग स्थित राजभवन के लिए रवाना होंगे। उनकी तृणमूल प्रतिनिधियों से मुलाकात की चर्चा है।