जलपाईगुड़ी। उपद्रवियों ने बिरसा मुंडा की मूर्ति को तोड़ दिया। इसके खिलाफ आदिवासी समाज विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम सड़क जाम कर दिया। बिरसा मुंडा की प्रतिमा को तोड़ने के चलते डुआर्स के आदिवासी समुदाय में काफी नाराजगी है व उनलोगों ने एकजुट होकर इसके विरोध में आवाज उठाई। सैकड़ों लोगों ने सड़क जाम कर विरोध जताया। घटना डुआर्स के मटेली प्रखंड के इंगडोंग चाय बगान मोड़ की है। जानकारी मिली है कि कुछ साल पहले इंगडोंग मोड़ में स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की सम्पूर्ण मूर्ति स्थापित की गई थी। साल के अलग-अलग समय में आदिवासी समुदाय के लोग इस मूर्ति की पूजा किया करते थे। कई लोग आते-जाते समय विनम्र सम्मान में अपना सिर झुकाते थे।
ऐसे ही एक आदरणीय शख्स की प्रतिमा रविवार की रात कुछ शरारती तत्वों ने तोड़ डाला। इस घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को सुबह हुई। खबर पाकर पास के चाय बागान से सैकड़ों की संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। उन्होंने राज्य सड़क को जाम कर विरोध जताया। उन्होंने दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने और कड़ी सजा देने की मांग की। सूचना मिलने पर मेटेली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। करीब 4 घंटे तक सड़क जाम करने के बाद प्रशासन के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। घटनास्थल पर खड़े आदिवासी समाज के नेता ईसाई खरिया, एनी कुजूर ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा स्वतंत्रता सेनानी हैं। हम उन्हें भगवान के रूप में सम्मान देते हैं। उनका न केवल आदिवासी समुदाय बल्कि देश के लोग भी सम्मान करते हैं।
ऐसे व्यक्ति की मूर्ति को तोड़ना एक निंदनीय अपराध है। हमने प्रशासन से कुछ मांगें रखी हैं। सबसे पहले दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर सजा दी जाए। दूसरा, सरकार की पहल पर अगले 7 दिनों में नई प्रतिमा स्थापित की जाए और तीसरा यहां सीसी कैमरे लगाकर नियमित पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था की जाए। मुझे प्रशासन से आश्वासन मिला तो मैंने रोड ब्लॉक हटा लिया। वादे के मुताबिक काम नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन होगा। मेटेली थाना पुलिस के मुताबिक घटना की जांच शुरू कर दी गई है। बदमाशों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा, हालांकि इस घटना की डुआर्स के सभी स्तरों के लोगों ने कड़ी निंदा की है।