कोलकाता। पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने गुरुवार को स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल राजधानी कोलकाता समेत राज्य के किसी हिस्से में प्राइवेट बसों का किराया नहीं बढ़ाया जाएगा। विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए मालिकों को हो रहे नुकसान की भरपाई राज्य सरकार उन्हें भत्ता देकर करेगी लेकिन यात्रियों के लिए किराए में बढ़ोतरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि किराया बढ़ेगा या नहीं बढ़ेगा यह अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लेंगी।
विधानसभा की प्रचालन समिति ने सोमवार को सचिवालय में एक सिफारिश पेश की कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में बस किराए में वृद्धि की आवश्यकता है। यह कहते हुए कि राज्य में बस किराए में आखिरी बार 18 जून, 2018 को बढ़ोतरी की गई थी, प्रस्ताव में कहा गया कि यात्री सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए किराया वृद्धि आवश्यक है।
यह प्रस्ताव रखने वाली समिति के 20 सदस्यों में से 16 तृणमूल विधायक हैं और बाकी चार भाजपा के हैं। रिपोर्ट पढ़ने के बाद राज्य परिवहन मंत्री से पूछा गया कि क्या इस बार बस किराया बढ़ाया जाएगा? इसके जवाब में परिवहन मंत्री स्नेहाशीष ने मंगलवार को कहा, ”फिलहाल बस किराया बढ़ने की कोई संभावना नहीं है।”
स्नेहाशीष ने कहा कि फिलहाल किसी भी सरकारी या निजी क्षेत्र में बस किराया नहीं बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ”किराया बढ़ाने पर मुख्यमंत्री विचार करेंगी। लेकिन अभी सरकारी या निजी बसों का किराया नहीं बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने सरकारी बसों पर सब्सिडी देकर उनके किराए को नियंत्रित किया है। 2018 में निजी बस संगठनों को भी बस भत्ता दिया गया। अगर कहीं भी बस किराये को लेकर कोई विशेष शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जायेगी।