कोलकाता। पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) भर्ती अनियमितताओं के घोटाले में ईडी ने एक और खुलासा किया है। जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्पिता मुखर्जी के आठ बैंक खातों में 8 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता लगाया है। ये आठ बैंक खाते वही हैं जिन्हें केंद्रीय एजेंसी ने शुरुआत में ही फ्रीज कर दिया था। वहीं मेडिकल जांच के लिए लाए गए पार्थ चटर्जी ने रविवार को फिर दोहराया कि बरामद हुआ धन उनका नहीं है। समय आने पर यह सबको पता चला जाएगा।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि जिन आठ बैंक खातों से आठ करोड़ रुपये का ट्रांसजेशन मिला है अब उसकी विस्तृत जांच की जा रही है। इन बैंक खातों में दोतरफा धन के ट्रांसजेंशन को ट्रैक किया जा रहा है। पहला स्रोत जहां से इन खातों में इतनी बड़ी राशि ट्रांसफर की गई और दूसरा चैनल जहां इस तरह के धन को नियत समय में ट्रांसफर किया गया। दोनों पहलुओं की जांच होगी।
एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि 3 अगस्त तक अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी हिरासत में हैं। इस दौरान अधिकारी इस मुद्दे पर उनसे पूरी तरह से पूछताछ करेंगे। यदि आवश्यक हुआ, तो इन खातों का फरेंसिक ऑडिट भी किया जाएगा। हालांकि, रविवार दोपहर जब चटर्जी को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके जोका में ईएसआई अस्पताल ले जाया गया, पूर्व मंत्री ने दावा किया कि उनके पास कोई पैसा नहीं है। हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि बरामद की गई भारी नकदी और सोने का असली मालिक कौन है, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।