कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में कथित कानून व्यवस्था संकट में ‘सक्रिय’ नहीं होने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की खिंचाई की। टीएमसी के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बंगाल में अगर कुछ होता है तो राष्ट्रीय महिला आयोग राज्य का दौरा करता है लेकिन संकट के समय यूपी का दौरा नहीं करता है। घोष ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि राष्ट्रीय महिला आयोग बीजेपी के इशारे पर काम करता है।
यहां छोटी-छोटी बात भी हो जाती है, तो वे आते-जाते हैं, लेकिन यूपी में दो नाबालिग लड़कियों के साथ बेरहमी से रेप किया गया और उनकी हत्या कर दी गई, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्लेखनीय है कि ऑटोप्सी रिपोर्ट के अनुसार दो नाबालिग दलित बहनों के साथ बलात्कार किया गया और फिर गला घोंटकर उनकी मौत हुई। टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने भी राष्ट्रीय महिला आयोग पर सवाल उठाया। दो दलित बहनों के जघन्य बलात्कार और हत्या पर राष्ट्रीय महिला आयोग जिस तरह खामोश है, यह बहुत ही निंदनीय है।
एक परिवार ने अपनी बेटियों को खोया है। महिला आयोग को जाना चाहिए और परिवार के पास जाना चाहिए। अगर बंगाल में कुछ भी छोटा होता है तो आयोग राज्य का दौरा करता है और स्वत: संज्ञान भी लेता है। भाजपा शासन के दौरान यूपी में कानून-व्यवस्था खराब हो गई है, “काकोली ने नारा दिया।
टीएमसी मंत्री शशि पांजा ने भी दावा किया कि यूपी में महिलाएं और लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। “नृशंस बलात्कार और हत्या ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि यूपी में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा की चुप्पी है। उन्हें इसके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए।