कोलकाता। सियासत में एक-दूसरे के विरोध के लिए राजनीतिक दल तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेता मदन मित्रा ने जो तरीका अपनाया है, उससे विवाद खड़ा हो गया है। पश्चिम बंगाल दुर्गा पूजा को लेकर देश और दुनिया में प्रसिद्ध है। महालया के साथ इसकी शुरुआत हुई। मान्यता है कि महालय के दिन पूर्वजों के सम्मान में ‘तर्पण’ किया जाता है। मृतक के परिजन गंगा नदी के तट पर तर्पण करते हैं। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मदन मित्रा ने भी तर्पण किया।
हालांकि, उन्होंने भाजपा नेताओं शुभेंदु अधिकारी और दिलीप घोष के लिए तर्पण कर विवाद खड़ा कर दिया है। इस दौरान उन्होंने शुभेंदु अधिकारी और घोष की तस्वीरों पर भी माल्यार्पण किया। टीएमसी नेता मित्रा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के बाद बीजेपी मर जाएगी। उन्होंने कहा, “बंगाल बीजेपी जल्द ही विदा हो जाएगी। बीजेपी में तर्पण करने वाला कोई नहीं होगा। हम उनके अत्याचारों के खिलाफ हैं।
अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव के बाद बीजेपी पूरी तरह से मर जाएगी। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने टीएमसी नेता मदन मित्रा द्वारा महालया पर उनकी तस्वीर पर ‘तर्पण’ करने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मित्रा ने घोष को अपना पूर्वज माना है, क्योंकि तर्पण कोई अपने पूर्वजों के लिए ही करता है।
घोष ने कहा, “यह देखकर अच्छा लगा कि उन्होंने हमें अपने पिता और दादा के रूप में स्वीकार कर लिया है, क्योंकि तर्पण अपने पूर्वजों की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए किया जाता है। हालांकि, हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे बच्चे इतने अमानवीय हो जाएंगे।”