कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बमों की बरामदगी और ब्लास्ट सामान्य बात हो गई है। अब उत्तर 24 परगना के टीटागढ़ में रात के समय आग तापने के दौरान आग में लकड़ी जैसी दिखने वाली चीज को डाला गया था लेकिन वह बम निकला और ब्लास्ट हो गया जिसमें एक 11 साल का किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसकी पहचान मोहम्मद अफरोज के तौर पर हुई है। घटना टीटागढ़ थाना क्षेत्र के कर्बला इलाके की है। उसके घर वालों ने बताया है कि रात के समय यहां मैदान में आग जलाई गई थी।
जिसके आसपास बैठकर लोग आग ताप रहे थे। वहीं आसपास ईटों का ढेर पड़ा हुआ था जिसमें लकड़ी के टुकड़े जैसा दिखने वाली एक चीज थी। मोहम्मद अफरोज को लगा कि यह लकड़ी है और उसे उठाकर जैसे ही उसमें आग में डाला, तुरंत ब्लास्ट हो गया। घटना में अफरोज का बायां हाथ उड़ गया है तथा हाथ पैर और चेहरा भी झुलस गया है।
उसे गंभीर हालत में बैरकपुर के बीएन बसु अनुमंडल अस्पताल में भर्ती किया गया था लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। अस्पताल सूत्रों ने गुरुवार सुबह बताया है कि उसकी हालत में बहुत अच्छी सुधार नहीं है। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। किसने यहां बमों को रखा था इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
टीटागढ़ नगरपालिका के वाइस चेयरमैन मोहम्मद जलील ने इस घटना पर गुरुवार को कहा कि मैं सोच भी नहीं सकता हूं कि कर्बला जैसे इलाके में बम ब्लास्ट हुआ है। उन्होंने कहा कि यह भीड़भाड़ वाला इलाका है और ऐसी जगह पर विस्फोटकों का होना चिंता का सबब है। नगरपालिका के मेयर कमलेश साव ने भी घटना पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को जांच के आदेश दिए गए हैं। स्थानीय पार्षद और पूर्व मेयर प्रशांत चौधरी ने कहा कि टीटागढ़ अपराधियों के लिए फ्री जोन बन गया है। पूरा बंगाल बारूद के ढेर पर है। मुझे नहीं पता कि यहां और कितने अधिक बम छिपाए गए होंगे। उल्लेखनीय है कि इसके पहले सितंबर महीने में भी इसी तरह से स्कूल चलने के दौरान ब्लास्ट हुआ था। हाल ही में मेदनीपुर में तृणमूल नेता के घर में ब्लास्ट हुआ था जिसमें तीन लोगों की मौत हो चुकी है।