पटना : कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते बिहार में होली के मौके पर दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।होली का पर्व वैसे तो देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन इसकी रौनक उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड जैसे उत्तरी राज्यों में अलग ही होती है। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है।
कोरोना संक्रमण न फैले इसलिए सरकार ने भी तैयारियां कर ली है। दरअसल कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते बिहार में होली के मौके पर दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। जिसके चलते होली पर बिहार में अन्य राज्यों से खासकर महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु और केरल से आने वाले लोगों की बारीकी से जांच की जाएगी।
रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड पर ही होगी जांच
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सिविल सर्जन समेत अन्य अधिकारियों को अधिक से अधिक लोगों की जांच कराने के साथ रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड पर बाहर से आने वालों की जांच, कंटेनमेंट जोन बनाने, इलाज की पुख्ता तैयारी रखने जैसे तमाम निर्देश दिए गए हैं। साथ ही विभाग ने लोगों को भी संक्रमण को लेकर गंभीर होने का कहा है और मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग, सेनिटाइजर के प्रयोग के साथ साथ भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से भी बचने की अपील की गई है।
रैंडम तरीके से होगी जांच
पटना की सिविल सर्जन विभा सिंह ने इसके लिए रेलवे प्रशासन और एयरपोर्ट से कोरोना से प्रभावित राज्यों से आनेवाली ट्रेनों और विमानों की सूची, समय सारणाी की मांग की है। उन्होंने कहा कि होली के मौके पर बड़ी संख्या में लोग दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचेंगे। दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचने वाले सभी यात्रियों की रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और एयरपोर्ट पर ही रैंडम तरीके से कोरोना जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस भी राज्य से पहुंचने वाले यात्री ज्यादा संख्या में संक्रमित मिलेंगे, उन ट्रेनों पर खास नजर रखी जाएगी।
बिहार में बढ़ें हैं कोरोना के मरीज
बिहार में जांच बढ़ने के बाद कोरोना मरीजों के मिलने की संख्या में इजाफा हुआ है। बिहार में रविवार को उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या मात्र 337 है, जिनका इलाज चल रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर 99.28 प्रतिशत है।