- ब्रांड ने प्रांत में प्रतिष्ठित मिष्टी दोई से जुड़ी यादों को सफलतापूर्वक ताज़ा किया
कोलकाता। इस बार दुर्गा पूजा पर, आईटीसी के आशीर्वाद मिष्टी दोई ने शहर की पुरानी यादों को एक बार फिर से ताज़ा करते हुए बंगाली समाज के दिलों पर एक गहरी छाप छोड़ी है। ब्रांड की ओर से बंगाली साहित्य के समृद्ध इतिहास के पन्नों से ‘दोई वालों’ को एक बार फिर से पेश किया गया, जो किसी दौर में कोलकाता की सड़कों पर खुशियां बांटा करते थे। यह दोई वाले अपने चिर-परिचित अंदाज़ में ‘दोई चाई दोई…’ की आवाज़ लगाते हुए स्वादिष्ट मिष्टी दोई बेचते नज़र आए।
लेकिन इस बार, वे अपने मटकों में आशीर्वाद मिष्टी दोई बेच रहे थे, जिसने कोलकाता वासियों के दिलों में बसी, इस पुरानी परंपरा की मनमोहक यादों को जगा दिया। इसके साथ ही, लोगों को वही पुराना पसंदीदा मलाईदार स्वाद का आनंद भी प्रदान किया। इस कैंपेन के तहत, धोती और गमछा पहने दोईवालों के भेष में नाट्य कलाकार सड़कों पर घूमते नज़र आए।
वे अपने साथ मिट्टी के मटके में आशीर्वाद मिष्टी दोई लेकर चल रहे थे, जो उनके कंधों पर एक लकड़ी के तख्ते पर लटके हुए थे। इन दोईवालों के साथ एक संगीतमय प्रस्तुति के रूप में आशीर्वाद मिष्टी दोई गीत भी लॉन्च किया गया, जिसे अरित्रा दासगुप्ता ने गाया है। बंगाली संस्कृति से प्रेरित यह गाना बेहद मशहूर हुआ और एक सप्ताह में ही इसे यूट्यूब पर 1 लाख व्यूज़ मिले हैं।
ब्रांड के इस कैंपेन के तहत दोईवाले हिंदुस्तान पार्क पूर्बाचल एवं न्यू टाउन सर्बोजनिन जैसे लोकप्रिय स्थानों पर गाने की धुन पर भी नाचते नज़र आए। कुछ पंडालों में ‘शेष पाटे दोई’ के रूप में लोगों को आशीर्वाद मिष्टी दोई बांटा गया, जिससे उन्हें इस पावन पर्व में स्वादिष्ट मिष्टी दोई चखने का मौका मिला।
पूरे कोलकाता में 2000+ से अधिक जनरल स्टोर और सुपर मार्केट सहित आईटीसी ई-स्टोर पर उपलब्ध आईटीसी आशीर्वाद मिष्टी दोई, हमेशा से बंगाली समाज के बीते दौर की यादों को अपने मनमोहक स्वाद के साथ ताज़ा करता रहा है। इस कैंपेन में लोकप्रिय दोई वालों के ज़रिये लोगों की पसंदीदा यादों को ताज़ा करते हुए नई पीढ़ी तक पहुंचने की कोशिश की गई है। इस तरह उन्हें अपने समृद्ध इतिहास का अनुभव भी दिलाया गयाहै।
इस कैंपेन के बारे में श्री संजय सिंगल, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर – डेयरी एंड बेवरेजेस, आईटीसी लिमिटेड ने कहा, “मिष्टी दोई पश्चिम बंगाल की सबसे पसंदीदा मिठाइयों में से एक है और खास अवसरों पर इसे बहुत पसंद किया जाता है। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि इस त्योहार दोई-वालों के ज़रिए हम उपभोक्ताओं तक उनकी प्रिय मिष्टी दोई पहुंचा सके और उनकी पुरानी यादों को एक बार फिर से ताज़ा कर सके।”
इस आकर्षक पहल के साथ आशीर्वाद मिष्टी दोई ने एक डिजिटल प्रतियोगिता ‘#मिष्टी स्वादेर स्मृति’ का भी आयोजन किया था, जिसमें लोगों कोदुर्गा पूजा से जुड़ी अपनी यादों के बारे में खास तरीकों से बताने के लिए कहा गया। प्रतियोगिता के विजेताओं को आकर्षक इनाम दिये गए, जिससे इस उत्सव की खुशी और भी बढ़ गई। आशीर्वाद मिष्टी दोई के इस कैंपेन के जरिये, विभिन्न गतिविधियों के अंतर्गत लगभग 33000 उपभोक्ताओं को शामिल किया गया और उन्हें दुर्गा पूजा के दौरान कोलकाता की सड़कों से जुड़ी पुरानी यादों का खुशनुमा अनुभव प्रदान किया।