- #Freedom2Ride: 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले कोलकाता की सड़कों पर से साइकिल से प्रतिबंध हटाने की मांग
Kolkata: भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले सभी वर्गो के साइकिल चालक कोलकाता की सड़को पर साइकिल चलाने के लिए एकत्र हुए और इन सभी चालकों ने कोलकाता के सड़को पर साइकिल चलाने के लिए स्वतंत्रता की मांग की, इसके लिए कोलकाता प्रेस क्लब (Kolkata Press Club) में आज शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में साइकिल चलाने वाले लोगों के कई दलों ने भाग लिया, जो की अपने दैनिक आवागमन के लिए कोलकाता के सड़कों पर साइकिल का उपयोग करते हैं।
इनमे दैनिक जरूरतों जैसे समाचार पत्र, दूध, राशन या अन्य जरुरत के सामान शहर में नागरिकों को पहुंचाने वालों, साइकिल चलाने के शौकीन ग्रुप, आईटी पेशेवर, खिलाड़ी, डॉक्टर और व्यापारी आदि मौजूद थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कोलकाता के 62 प्रमुख सड़कों पर से साइकिल चलाने पर प्रतिबन्ध को हटाने का संयुक्त रूप से समर्थन करना था।
साइकिल पर प्रतिबन्ध उन लोगों के जीवन और जीविका के लिए एक समस्या बन गया है, जो शहर में परिवहन के अपने एकमात्र साधन के रूप में साइकिल का उपयोग करते हैं। “हम समाचार पत्र बेचकर जीवन यापन करते हैं। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण सेवा हम कोलकाता के लोगों को प्रदान कर रहे हैं। हमारे लिए स्वतंत्र रूप से साइकिल चलाना और समाचार पत्र बेचना वास्तव में एक दिन कठिन हो जायेगा। जो की हमारी कमाई का एकमात्र स्रोत है।” यह बातें समाचार पत्र विक्रेता हनुमान सिंह ने कही।
स्विचऑन फाउंडेशन के विनय जाजू ने इस कार्यक्रम में कहा कि “कोलकाता के रास्तों से साइकिल पर से प्रतिबन्ध तत्काल हटा लिया जाना चाहिए। हम कोलकाता पुलिस के साथ मिल कर काम करने के लिए तैयार हैं। जिससे की ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा सके और कोलकाता को एक स्थाई और रहने योग्य शहर बनाया जा सके।”
शनिवार के कार्यक्रम का अयोजन कोलकाता में साइकिल चलाने को प्रोत्साहन एवं बुनियादी ढांचे को ठीक करके कोलकाता को साइकिल के अनुकूल शहर बनाने की आवश्यकता को प्रदर्शित करने के लिए किया गया था। यह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संबोधित एक खुलापत्र से प्रेरित था, इस खुला पत्र को कोलकाता के साथ-साथ पूरे देश से समर्थन मिल रहा है।
साइकिल को वापस कोलकाता की सड़कों पर लाने की मांग को लेकर खुला पत्र का समर्थन करने वाले कुछ प्रमुख नामों में अभिनेत्री और फिल्म निर्देशिका अपर्णा सेन, राहुल बनर्जी आर्चर, सांसद प्रो. सौगत रॉय, गायिका उषा उत्थुप, अनुपम रॉय, क्लिनिकल डायरेक्टर ऑन्कोलॉजी डॉ. सुमन मल्लिक, स्पोर्ट्सपर्सन डोला बनर्जी, अभिनेता अनिंद्य चटर्जी, फोटो जर्नलिस्ट रघु रॉय, सुमंत बनर्जी, अर्थशास्त्री और सामाजिक वैज्ञानिक जीन द्रेज और दुनू रॉय निदेशक हैज़र्ड सेंटर सहित अन्य हस्तियां शामिल हैं। खुला पत्र को लेखक और जलवायु अलार्मिस्ट अमिताभ घोष का भी समर्थन मिला है।