भारतीय प्रतिभा का विश्व मानता है लोहा: धनखड़

नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि मौजूदा दौर में पूरा विश्व भारतीय प्रतिभा का लोहा मानता है और भारतीय संस्कृति ने प्राचीन काल से विद्वानों को जन्म दिया है। उपराष्ट्रपति ने यहां ‘टाइम्स नाउ अमेजिंग इंडियंस 2022 अवार्ड्स’ के विजेताओं को सम्मानित करने के बाद एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्राचीन काल से, भारत ने गणित, विज्ञान, खगोल विज्ञान, दर्शनशास्त्र और भाषा विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट विद्वानों को जन्म दिया है।

उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में शासन प्रणाली में सुधार और अन्य प्रेरक पहलों ने देश के विभिन्न दूरदराज के कोनों में निहित छिपी प्रतिभा को सामने आने और विकसित करने के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाया है। धनखड़ ने कहा कि असाधारण मानव संसाधनों को मान्यता दी जाए और उन्हें केंद्र स्तर पर लाया जाए। उन्होंने कहा, “एक महत्वाकांक्षी राष्ट्र के रूप में यह हमारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए कि हम इन असाधारण व्यक्तियों की क्षमता को शीघ्रता से पहचानें और सार्थक रूप से लाभ उठाएं।”

धनखड़ ने इस तथ्य पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारतीयों के बीच उपलब्ध मानव संसाधनों की असाधारण प्रकृति को अब व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनियों की सफलता में भारतीयों की केंद्रीय भूमिका का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि भारतीय मानव प्रतिभा और अभिनव रवैये की उत्कृष्ट गुणवत्ता अब पूरी दुनिया में जानी जाती है।

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