विधानसभा में गोरखाओं को घुसपैठ कहे जाने पर गरमाई पहाड़ की राजनीति

हाम्रो पार्टी ने किया विरोध, खोला मोर्चा

दार्जिलिंग। राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में गोरखाओं को घुसपैठ कहे जाने के खिलाफ जीटीए सभा में निंदा प्रस्ताव नही लाये जाने का हाम्रो पार्टी ने कड़ा विरोध किया है। हम्रो पार्टी के प्रवक्ता श्याम गौतम ने कहा कि जीटीए सभा में इस बारे में निंदा प्रस्ताव नहीं लाना इस बात का प्रमाण है कि जीटीए गोरखाओं के हित में नहीं है। गौरतलब है कि सोमवार को जीटीए की एक बैठक बुलाई गई थी। बैठक में, विपक्षी सदस्यों ने मांग की कि राज्य के एक जिम्मेदार मंत्री ने विधानसभा में नेपाली भाषी गोर्खाओं के लिए घुसपैठ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था।

राज्य सरकार के मंत्री द्वारा इस तरह के बयानबाजी के खिलाफ जीटीए की सभा में निंदा प्रस्ताव लाया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जीटीए सभा के अध्यक्ष ने मंत्री के बयान को राजनीतिक बयान बताते हुए विपक्षी सदस्यों की मांगों को खारिज कर दिया। इस संदर्भ में श्याम गौतम ने कहा-कई महीनों के बाद कल जीटीए सभा की बैठक बुलाई गई थी। उस बैठक में 9 लोग उपस्थित थे।

विपक्षी सदस्यों ने राज्य के एक जिम्मेदार मंत्री द्वारा विधानसभा में नेपाली भाषी गोरखाओं के लिए अनुप्रवेशकारी जैसे शब्दों के इस्तेमाल के संबंध में जीटीए सभा की बैठक में आवाज उठाई और विरोध प्रस्ताव लाने की मांग की। प्रवक्ता गौतम ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम गोरखा रंग मंच भवन में गोरखाओं के खिलाफ जारी किए गए बयान के खिलाफ प्रस्ताव नहीं ला सके और यह गोरखा रंग मंच भवन का अपमान भी है।”

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