‘शी इज़ गोल्ड’ एसएफए की एक पहल है जो विभिन्न खेलों में महिला एथलीट्स का जश्न मनाती है
खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स, बैडमिंटन, फुटबॉल, कबड्डी और टेनिस में हिस्सा लिया
सवाई मानसिंह स्टेडियम में एथलेटिक्स, बैडमिंटन और कबड्डी में एथलीट्स के शानदार परफोर्मेन्स देखने को मिले
जयपुर। जयपुर में एसएफए चैम्पियशिप्स के तीसरे दिन ‘शी इज गोल्ड’ आकर्षण केन्द्र बन गया, जिसने महिला एथलीट्स की क्षमता और दृढ़ इरादे का जश्न मनाया। इस दिन राज्य से 250 से अधिक महिला एथलीट्स ने प्रतिष्ठित सवाई मानसिंह स्टेडियम में रैकेट स्पोर्ट्स में उत्साह के साथ हिस्सा लिया। बास्केटबॉल कोर्ट्स में भरपूर जोश दिखाई दिया जब महिला एथलीट्स ने अपने स्कूलों को लीडरबोर्ड पर अग्रणी स्थिति पर लाने के लिए शानदार मुकाबला किया। बास्केटबॉल गर्ल्स में अंडर-11 कैटेगरी में कैम्ब्रिज कोर्ट वर्ल्ड स्कूल ने तीन पोडियम हासिल किए और बास्केटबॉल में अंडर-18 टीम ने एक गोल्ड जीता। बास्केटबॉल गर्ल्स में अंडर-16 कैटेगरी में एसएस इंटरनेशनल स्कूल ने ब्रॉन्ज जीता।
एथलेटिक्स की बात करें तो ब्वॉयज और गर्ल्स ने अंडर-12 से अंडर-18 में 100 मीटर, 300 मीटर और 600 मीटर कैटेगरीज़ में हिस्सा लिया। जहां फाइनल में पहुंचने के लिए जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। 100 मीटर गर्ल्स में अंडर-14 कैटेगरी में टॉप तीन पॉज़िशन्स कैम्ब्रिज कोर्ट वर्ल्ड स्कूल को गई। अद्विता शर्मा पहले स्थान पर, नायशा मालविया दूसरे औेर नयनी विजय तीसरे स्थान पर रहीं। अंडर-14 ब्वॉयज की बात करें तो धारव हाई स्कूल के दक्ष जांगिड़ ने गोल्ड जीता, प्रभाव सिंह राठौड़ ने सिल्वर और धनंजय सोनी ने ब्रॉन्ज़ जीता।
बैडमिंटन कोर्ट में अंडर-11 से अंडर-15 मेल और अंडर-11 से अंडर-13 फीमेल कैटेगरीज ने फुर्ती का प्रदर्शन किया और दर्शकों का बांधे रखा। फुटबॉल में अंडर-10 और अंडर-12 ब्वॉयज़ ने हर पास और हर गोल के साथ जबरदस्त खेल भावना का प्रदर्शन किया। कबड्डी चैम्पियनशिप्स का आकर्षण केन्द्र बन गई। जिसमें अंडर-14 गर्ल्स ने रोमांचक प्रदर्शन करते हुए आगामी राउण्ड्स के लिए मंच तैयार किय। इसके अलावा, कल अंडर-14 और अंडर-19 ब्वॉयज़ और अंडर-14 गर्ल्स में फाइनल्स होने हैं, ऐसे में रोमांचक और कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
महर्षि अरविंद स्कूल से 100 मीटर में गोल्ड मैडलिस्ट नंदिनी ज्योति ने कहा ‘‘मैंने इस खेल को चुना क्योंकि मुझे रनिंग पसंद है। मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा है और मैं खेल को करियर के रूप में अपनाने के बारे में सोच रहीं हूं। मैं एसएफए चैम्पियनशिप्स में भी फिर से हिस्सा लूंगी। हालांकि मेरा कोई विशेष प्रतिद्वंद्वी नहीं है, लेकिन मैंने पीटी उषा चैलेंज को तोड़ने और भारत के लिए मैडल लाने का लक्ष्य रखा है।’’
चैम्पियनशिप्स के आगे बढ़ने के साथ चौथे दिन मैदान पर भरपूर उत्साह की उम्मीद है। एथलीट्स शानदार परफोर्मेन्स के लिए तैयार हैं। बास्केटबॉल और कबड्डी के फाइनल्स के लिए चैम्पियनशिप्स के साथ जुड़े रहें, एथलेटिक का मैदान भी दर्शकों को यादगार अनुभव प्रदान करेगा।