जलपाईगुड़ी। पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही सत्ताधारी पार्टी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतर गयी है। जलपाईगुड़ी जिले के विभिन्न चाय बागान बहुल इलाको में तृणमूल कांग्रेस ने आदिवासी वाद्य यंत्रों के साथ नाचते गाते चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। बानरहाट प्रखंड के चाय बागान बहुल क्षेत्र में ढाक, ढोल, मादल बजाकर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव प्रचार किया। जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट प्रखंड के गोएरकाटा चाय बागान क्षेत्र में तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं के चुनाव प्रचार से इलाके में उत्सव का माहौल छा गया।
हाल ही में धूपगुड़ी प्रखंड का विभाजन कर नया प्रखंड बनारहाट बनाया गया है। चाय के बागानों वाले गएरकाटा के विभिन्न बूथों पर तृणमूल के प्रतीकों के साथ दीवार लेखन शुरू हो गया है। पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद अब तक विपक्ष इस क्षेत्र में प्रचार करते नजर नहीं आया है। हालांकि चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद से ही तृणमूल के नेता और कार्यकर्ता सड़क पर उतर गये हैं। तृणमूल उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की गई है। इसलिए तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर पार्टी का प्रतीक लेकर प्रचार शुरू कर दिया है।
तृणमूल कार्यकर्ता हिरण घोष, पंकज दत्ता, निखिल साहा आदि मौजूद थे। अभियान के काम में महिलाओं का एक बड़ा हिस्सा भी देखा गया है। कुल मिलाकर तृणमूल का चुनाव प्रचार शुरू से ही लोकतंत्र के उत्सव में बदल गया है। कार्यकर्ताओं में दिख रहे जोश और उत्साह से पार्टी के जिला स्तरीय नेता काफी खुश हैं। मुख्य रूप से तृणमूल पार्टी की विकासमूलक गतिविधियों को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर चुनाव लड़ना चाहती है। पार्टी का इस बार मुख्य लक्ष्य पंचायत चुनाव जीतना और विकास की गति को बनाए रखना है।