The country's first underwater metro running under the river carrying passengers.

यात्रियों को लेकर दौड़ी नदी के नीचे चलने वाली देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो

  • 40 साल बाद फिर कोलकाता मेट्रो ने रचा नया इतिहास

कोलकाता। लंबी प्रतीक्षा के बाद आखिरकार शुक्रवार को लोगों का सपना सच हुआ, जब कोलकाता में एस्प्लेनेड-हावड़ा मैदान खंड पर हुगली (गंगा) नदी के नीचे से होकर चलने वाली देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो को आम यात्रियों के लिए खोल दिया गया। 1984 में देश की पहली मेट्रो कोलकाता में चली थी और 40 साल के बाद फिर से देश में पहली अंडरवाटर मेट्रो कोलकाता में ही चल रही है।

इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए लोग रात 2.30 बजे से ही धर्मतल्ला मेट्रो स्टेशन पर लाइन में लग गए थे। जिस समय मेट्रो गंगा के नीचे टनल में उतरी तो नीली रोशनी ने उत्साह कई गुना बढ़ा गया। ट्रेन तालियों की आवाज से गूंज उठा। आज पहली ट्रेन के 441 यात्री इतिहास के गवाह बने। सुबह सात बजे हावड़ा मैदान व एस्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन से यात्रियों को लेकर पहली बार देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन दौड़ी।

4.8 किलोमीटर लंबे हावड़ा मैदान- एस्प्लेनेड खंड (ग्रीन लाइन) सहित कोलकाता में तीनों नए खंड में सुबह मेट्रो की वाणिज्यिक सेवाएं एक साथ शुरू हो गईं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते छह मार्च को कोलकाता मेट्रों के इन तीनों नए रूट हावड़ा मैदान- एस्प्लेनेड सहित कवि सुभाष- हेमंत मुखोपाध्याय (न्यू गरिया से रुबी आरेंज लाइन) और जोका से माझेरहाट तक विस्तारित खंड (पर्पल लाइन) में मेट्रो सेवाओं का उद्घाटन किया था। इधर, अंडरवाटर मेट्रो में पहली बार सफर के लिए लोगों में जबर्दस्त उत्साह दिखा।

हावड़ा मैदान मेट्रो स्टेशन के बाहर सुबह-सुबह ही काफी संख्या में लोग पहुंच गए थे और मेट्रो में सफर के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। टिकट लेने के लिए यात्रियों की काफी लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिली। कुछ यात्रियों को टिकट लेने के लिए धक्का-मुक्की करते भी देखा गया। पहले टिकट लेने वाले यात्री काफी खुश दिखे। पहली मेट्रो में सफर की तस्वीरें व सेल्फी लेने के लिए यात्रियों में होड़ दिखी।

The country's first underwater metro running under the river carrying passengers.

यह मेट्रो सेवा हावड़ा को कोलकाता शहर से जोड़ेगी। अब कुछ मिनटों के अंदर ही लोग हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड पहुंच जाएंगे, जहां पहले सड़क मार्ग से जाने में 45 मिनट से एक घंटे का समय लगता है। हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड खंड साल्टलेक सेक्टर-5 से हावड़ा मैदान को जोडऩे वाली 16.6 किलोमीटर लंबी ईस्ट वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट का हिस्सा है।

हावड़ा मैदान व एस्प्लेनेड से पहली मेट्रो सुबह सात बजे से चलेगी जबकि रात में दोनों दिशाओं से 9.45 बजे अंतिम मेट्रो खुलेगी। इस खंड में सोमवार से शुक्रवार तक प्रतिदिन 130 मेट्रो चलेगी, जिसमें 65 हावड़ा मैदान से जबकि 65 एस्प्लेनेड से उपलब्ध होगी। दोनों दिशाओं में मेट्रो सेवाएं 12 से 15 मिनट के अंतराल में उपलब्ध होंगी। एस्प्लेनेड स्टेशन से कोलकाता मेट्रो के अन्य रूटों पर जाने की वैकल्पिक सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।

The country's first underwater metro running under the river carrying passengers.

वहीं, कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय खंड में पहली पहली मेट्रो सुबह नौ बजे से चलेगी जबकि शाम में दोनों दिशाओं से 4.40 बजे अंतिम मेट्रो खुलेगी। हावड़ा मैदान से मेट्रो के जरिए अब लोग एस्प्लेनेड के रास्ते दक्षिणेश्वर व कालीघाट भी जा सकेंगे।

दक्षिणेश्वर तक का किराया 30 रुपये रखा गया है। हावड़ा मैदान से कालीघाट का किराया 25 रुपये जबकि रूबी का किराया 50 रुपये तय किया गया है, जो कोलकाता मेट्रो का अधिकतम किराया है। हावड़ा मैदान से पार्क स्ट्रीट का किराया 15 रुपये जबकि रवींद्र सदन व जतीन दास पार्क तक का 20 रुपये है। जबकि हावड़ा मैदान से एस्प्लानेड 10 रुपए और हावड़ा मैदान से हावड़ा स्टेशन सिर्फ 5 रुपए है।

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