नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया।कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा ने कहा हम आज अविश्वास प्रस्ताव(सरकार के खिलाफ) लाएंगे। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव दाखिल दिया है लेकिन प्रधानमंत्री के ऊपर भारत की जनता का विश्वास है। उन्होंने(विपक्ष) पहले भी यह किया था और लोगों को इन्हें जो सबक सिखाना था वह सिखा दिया। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा उन्हें(विपक्ष) अविश्वास प्रस्ताव लाने दीजिए। हम हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं। हम तो चाहते हैं कि मणिपुर पर चर्चा हो।
सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा -“यह अविश्वास प्रस्ताव एक राजनीतिक उद्देश्य के साथ एक राजनीतिक कदम है – एक राजनीतिक कदम जो परिणाम लाएगा…अविश्वास प्रस्ताव उन्हें (प्रधानमंत्री) संसद में आने के लिए मजबूर करेगा। हमें देश के मुद्दों पर, खासकर मणिपुर पर, संसद के अंदर चर्चा की जरूरत है। संख्याओं को भूल जाइए, वे संख्याएं जानते हैं और हम संख्याएं जानते हैं।
मोदी सरकार और विपक्ष के संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। विपक्षी दल मोदी सरकार के खिलाफ लोक सभा में अविश्वास प्रस्ताव प्रस्ताव दाखिल किया। वहीं भाजपा ने विपक्षी दलों को अविश्वास प्रस्ताव लाने की चुनौती देते हुए कहा था कि वो लाए तो सही, चर्चा तो करें। इससे 2024 में उनकी सीटें और ज्यादा बढ़ जाएगी।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने अविश्वास प्रस्ताव के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि विपक्ष पहले कार्यकाल के आखिर में उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया तो 2019 में उनकी सीटें 282 से बढ़कर 303 हो गई और इस बार अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे तो 2024 में 303 से बढ़कर 350 सीटें जीतकर आएंगे। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वो (विपक्ष) लाएं (अविश्वास प्रस्ताव) तो सही, चर्चा तो करें। हम भी जवाब देंगे। सदन में बहस तो करें, बात निकलेगी तो बहुत दूर तक जाएगी।