डॉक्टर बनना चाहता है प्रवासी मजदूर का बच्चा, उच्च माध्यमिक में अच्छे अंकों के बावजूद आर्थिक तंगी बन रही बाधा

मालदा। जहीरुद्दीन अहमद मालदह के चांचल-1 ब्लॉक के मोतिहारपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र के कृष्णापुर का निवासी है। वह पेशे से प्रवासी मजदूर है। उसके इकलौते पुत्र सरफराज आलम ने इस वर्ष उच्च माध्यमिक परीक्षा में विज्ञान विभाग में 452 अंक प्राप्त किए हैं। अल अमीन मिशन के सहयोग से उसने अपना माध्यमिक परीक्षा दक्षिण दिनाजपुर शाखा से पास किया। फिर उसने उस स्कूल शाखा के सहयोग से अपना हाई स्कूल पूर्व बर्दवान से उत्तीर्ण किया।

उसे कुल 452 अंक प्राप्त हुए। परिवार में दैनिक मजदूरी ही रोजगार का एकमात्र साधन है। इस काम के लिए पिता को कभी गांव तो कभी दिल्ली या पंजाब भागना पड़ता है। यदि वह डॉक्टर बनने के लिए अखिल भारतीय परीक्षा में सफल होना चाहता हैं, तो उसे तैयारी की आवश्यकता है। साथ ही, उसे अच्छे प्रशिक्षण की आवश्यकता है।

लेकिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए एक बड़ी राशि की आवश्यकता होगी और यहीं पर परिवार की दुर्दशा सपनों को पूरा करने की राह में बाधा बनकर खड़ी हो रही है। सरफराज के पिता जहीरुद्दीन और मां लुत्फा बीबी को अनिश्चितता के रसातल में कोई किनारा नहीं मिल रहा है। ऐसे में परिवार सरकारी या गैर सरकारी सहयोग की आस में है। ताकी बच्चे की पढ़ाई बीच में ना छूटे या भविष्य में उसे भी मजदूरी कर अपना गुजारा ना करना पड़े।

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