चेल नदी पर पुल की मांग में स्थानीय युवा ने क्रांति से उत्तरकन्या तक की यात्रा कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा

सिलीगुड़ी। मालबाजार व क्रांति के बीच बहती विशाल चेल नदी बरसात के दिनों में जब उफान पर होती है तो इसके दोनों किनारों में बसे शहरों का संपर्क बाकी दुनिया से लगभग कट जाता है। क्योंकि नदी पर पुल नहीं है। पुरे साल तक तो बांस की चरचरी पुल से काम चल जाता है लेकिन मॉनसून में यह संभव नहीं होता। इसलिए इस नदी पर पुल की वर्षों से मांग की जा रही है। अब जलपाईगुड़ी जिले के क्रांति ब्लॉक से स्थानीय युवा मोहम्मद नूर नबीबुल इस्लाम चेल नदी पर पुल की मांग को लेकर यात्रा कर उत्तरकन्या पहुंचे।

क्रांति ब्लॉक के कठलगुड़ी क्षेत्र के रहने वाले नूर नबीबुल इस्लाम ने गत मंगलवार यानी 23 मई को क्रांति प्रखंड स्थित चेल नदी से यह यात्रा शुरू की थी। इस यात्रा के कुछ हिस्से में पद्म श्री करीमुल हक उनके साथ शामिल हुए। नबीउल राज्य और केंद्र के नेताओं के घर गए और चेल नदी पर पुल बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा वे शनिवार मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांग रखने शाखा सचिवालय उत्तरकन्या पहुंचे। इस दिन नूर नबीबुल इस्लाम ने कहा कि डुआर्स के मालबाजार और क्रांति ब्लॉक के बीच विशाल चेल नदी बहती है।

सर्दियों में इसमें घुटने भर पानी होता है, लेकिन मानसून में नदी उफान का कारण काफी अशांत हो जाती है। नतीजतन क्रांति क्षेत्र के लोगों को चिकित्सा, शिक्षा और व्यवसाय समेत विभिन्न कामों के लिए मालबाजार शहर आने में करीब 40 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। साथ ही गांव में आग लगने की स्थिति में दमकल के पहुंचने से पहले ही सबकुछ जलकर राख हो जाता है। आपातकालीन रोगियों को ले जाने के लिए काफी घूमकर जाने में मरीजों की तबीयत और खऱाब हो जाते हैं। इसलिए कुमलाई गांव क्षेत्र में चेल नदी पर पुल बन जाने से माल और क्रांति के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी।

माटीगाड़ा विनय कृष्णपल्ली यानी राम घाट पुल से चौरंगी मोड़ तक सड़क बदहाल

सिलीगुड़ी। माटीगाड़ा जोन 2 के स्थानीय निवासी पिछले कुछ समय से शिकायत कर रहे हैं कि माटीगाड़ा विनय कृष्णपल्ली यानी राम घाट पुल से चौरंगी मोड़ तक सड़क की हालत बेहद खराब है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि उन्हें हर दिन विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सड़क पांच साल पुरानी है, सड़क 2019 में बनी थी। निर्माण के एक साल बाद ही इस सड़क की हालत खराब होती चली गई। यहां तक कि आने-जाने में भी आम लोगों को खासी परेशानी हो रही है।

हल्की बारिश होते ही सड़क के गड्ढों में पानी भरकर यह तालाब बन जाता है, जिससे दुर्घटनाओं का डर बना रहता हैं। माटीगाड़ा अंचल 2 के सदस्य विकास राय ने कहा कि वह पंचायत प्रधान के पद पर नये हैं। इस बीच उन्होंने इलाके में 2 नालियां, एक वर्ष में 3 सड़कों का निर्माण किया है। उन्होंने एसजेडीए व महकमा में भी इस बारे में बात की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा।

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