नई दिल्ली । नागरी लिपि परिषद मध्य प्रदेश के संयोजक डॉ. प्रभु चौधरी की पुस्तक का हिंदी से मराठी मे सुवर्णा जाधव द्वारा अनुवाद पुस्तक ‘देवनागरी लिपि, तब से अब तक’ का लोकार्पण करते हुए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन बेंगलुरु (कर्नाटक) के वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी डॉ. रंजीत कुमार, नागरी लिपि परिषद के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति डॉ. प्रेमचंद पतंजलि, नागरी लिपि परिषद के महामंत्री एवं आकाशवाणी के पूर्व अधिकारी डॉ. हरिसिंह पाल।
केंद्रीय हिंदी निदेशालय भारत सरकार के पूर्व उपनिदेशक उमाकांत खुबालकर, रक्षा मंत्रालय के पूर्व हिंदी अधिकारी एवं नागरी लिपि परिषद के कोषाध्यक्ष आचार्य ओम प्रकाश। लोकार्पण समारोह नागरी लिपि परिषद केन्द्रीय कार्यालय नई दिल्ली मे 23 मार्च को हुआ।