कोलकाता। साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था नीलांबर कोलकाता ने फेसबुक लाइव के माध्यम से ‘एक साँझ कविता की-7′ कार्यक्रम का आयोजन किया। नीलांबर की साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियाँ अपने अनूठे प्रयोगों के कारण पूरे देश के साहित्य-संस्कृति प्रेमियों के बीच लोकप्रिय बनी हुई है।कोरोना के इस भयंकर प्रकोप के समय में डिजिटल तकनीक का व्यवहार करते हुए साहित्य और साधारण जन के बीच सेतु बनने का सफल प्रयास संस्था ने किया है। इस साहित्य-सेतु का ही एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ है—’एक साँझ कविता की-7’.
इस कार्यक्रम में आमंत्रित कवि थे -राजेश जोशी, हरिश्चन्द्र पांडेय, अनीता वर्मा, बाबुषा कोहली और राही डुमरचीर। फेसबुक लाइव के माध्यम से सम्पन्न इस कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी के वरिष्ठ कवि राजेश जोशी ने की। स्वागत वक्तव्य में नीलांबर के अध्यक्ष यतीश कुमार ने संस्था और उसके क्रियाकलापों की जानकारी देते हुए कहा कि “एक साँझ कविता की” कार्यक्रम मूलतः कविता का उत्सव है। कार्यक्रम की शुरुआत जयशंकर प्रसाद के गीत ‘बीती विभावरी जागरी’ गीत पर आधारित अहाना ठाकुरता के नृत्य से की गई।
नीलांबर टीम द्वारा आमंत्रित कवियों की कविताओं पर आधारित कविता कोलाज की प्रस्तुति की गई जिसमें हिस्सा लेने वाले कलाकार थे-पूनम सिंह, अदिति दूबे, प्रीति पांडेय, काजल सिंह, निखिल विनय, आरती सेठ। राजेश जोशी जी के 75 वें जन्मवर्ष के अवसर पर नीलम्बर ने उन्हीं की कविता ‘एक आदिवासी लड़की की इच्छा’ की गीति प्रस्तुति की जिसे गाया -आस्था मांदले और ममता शर्मा ने।
कविता कोलाज और गीत का निर्देशन ऋतेश कुमार ने किया था। कार्यक्रम का संचालन ममता पाण्डेय ने किया। धन्यवाद ज्ञापन आनंद गुप्ता ने किया। कार्यक्रम का तकनीकी पक्ष मनोज झा और विशाल पांडेय ने संभाला। इनका सहयोग किया अभिषेक पाण्डेय और भरत साव ने। इस कार्यक्रम को बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमियों ने फेसबुक लाइव के माध्यम से देखा और सराहा।