हड़ताल करने वाले शिक्षकों को किया गया शो-कॉज
जलपाईगुड़ी। नौकरी के अब बस 144 घंटे बचे हैं, इस समय डीए की मांग पर हड़ताल करने पर सरकार ने नोटिस पकड़ा दिया। इसके खिलाफ जलपाईगुड़ी के आंदोलनकारियों ने चेहरे पर लाल गुलाल लगाकर व एक दूसरे को मीठाई खिलाकर इस लड़ाई में नैतिक जीत की घोषणा की। राज्य भर में डीए सहित रिक्त पदों पर नियुक्ति की मांग को लेकर 10 मार्च को संयुक्त मंच द्वारा आहूत हड़ताल में शामिल होने के लिए शिक्षा परिषद पहले ही कारण बताओ नोटिस जारी कर चुकी है। शुक्रवार को उन्होंने नए अंदाज में नोटिस का जवाब दिया।
10 मार्च को हड़ताल में भाग लेने वाले एवं कारण बताओ नोटिस प्राप्त करने वाले शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं ने सदर बीडीओ कार्यालय से सटे शिक्षा विभाग के सर्कल कार्यालय में आंदोलन की नैतिक जीत की घोषणा की और भविष्य में इस आंदोलन को और मजबूत करने का भी बात कही। अबीर लगाकर इस कारण बताओं का जवाब देने आये एक शिक्षक ने स्वयं कहा, मेरे कार्य जीवन के केवल 6 दिन शेष रह गए हैं, उस समय इस कारण बताओ नोटिस पाकर आंदोलन के प्रति उत्साह और भी बढ़ गया।
वहीं वामपंथी शिक्षक संघ एबीपीटी के सदर मंडल सचिव असिम कर ने कहा कि 10 मार्च को संयुक्त मंच के सदस्य डीए सहित रिक्त पदों पर स्वच्छ नियुक्ति की मांग को लेकर हड़ताल में शामिल हुए थे। इससे राज्य सरकार पर दबाव बनाया इसलिए यह कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। लेकिन हमें लगता है कि यही प्रमाण है कि उस दिन के आंदोलन की नैतिक जीत हुई थी, इसलिए आज अबीर लगाकर व मीठाई खिलाकर विजय पर्व मनाया गया।
दूसरी ओर जिले के अलग-अलग ब्लॉक में भी इसी तरह का आंदोलन जारी है। राजगंज प्रखंड में निखिल बंगा शिक्षक संघ ने डी की मांग को लेकर धरने में शामिल शिक्षकों के नोटिस के विरोध में अकाल होली खेलकर विरोध प्रदर्शन किया।