नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को दिल्ली और इसके आसपास इलाकों में ‘खतरनाक’ स्तर पर पहुंचे वायु प्रदूषण को कम करने के किए उठाए गए तात्कालिक उपायों पर संतोष व्यक्त किया और इसके स्थायी समाधान के लिए विशेषज्ञों एवं आम लोगों की राय लेने को कहा। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना और न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्य कांत की पीठ ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण के स्थायी समाधान की तलाश के लिए आम जनता और विशेषज्ञों से सुझाव आमंत्रित करने का निर्देश दिया।
पीठ ने राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए आयोग के कदमों पर संतोष व्यक्त किया। शीर्ष अदालत ने कहा कि प्रदूषण के मामले में अगली सुनवाई फरवरी के प्रथम हफ्ते में की जाएगी। सर्वोच्च अदालत 17 वर्षीय स्कूली छात्र आदित्य दुबे की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही है।