गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती पर हुआ राष्ट्रीय नागरी लिपि संगोष्ठी का आयोजन

नागरी लिपि के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए डॉ. हरिसिंह पाल का हुआ सारस्वत

नागरी संगम के 178वे अंक के लोकार्पण के साथ राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का 32वां साहित्य अलंकरण सम्मान समारोह संपन्न

उज्जैन। संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है वहीं आठवीं सूची में

विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ कविवर डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन की जयंती पर सुमन स्मरण

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की हिंदी अध्ययनशाला, पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला तथा गांधी अध्ययन केंद्र

दर्शन, लोकमंगल और समन्वय का समाहार है तुलसीदास जी के काव्य में : प्रो दीक्षित

विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ गोस्वामी तुलसीदास और मैथिलीशरण गुप्त के काव्य के विविध आयाम पर

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद और समाज की चुनौतियां विषय पर आभासी संगोष्ठी संपन्न

उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में 254वीं आभासी संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका

महापुरुषों के जयंती पर आभासी संगोष्ठी आयोजित

उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में लोकमान्य तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद जयंती के उपलक्ष्य

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का महापुरुषों की जयंती समारोह एवं आभासी संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 23 जुलाई रविवार को

उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का 254वीं राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी महापुरूष लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं

गुरू पूर्णिमा पर हुई राष्ट्रीय संगोष्ठी

उज्जैन। संसार के भव सागर से पार होना गुरू ही सिखाते है। विपत्ति के समय

गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में आयोजित आभासीय राष्ट्रीय ऑनलाइन गोष्ठी ‘गुरु की महत्ता

अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में हुआ विश्व पटल पर प्रवासी साहित्य एवं पत्रकारिता के योगदान पर विमर्श

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में विश्व पटल पर प्रवासी साहित्य एवं पत्रकारिता के योगदान पर