जयंती विशेष : “जब-जब राजनीति लड़खड़ाएगी, तब-तब साहित्य उसे सहारा देगा” – रामधारी सिंह दिनकर
श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा । हिंदी साहित्य में एक ओर भूषण की वीर रसात्मक कविताई
मैथिलीशरण गुप्त जी की जयंती पर विशेष…
“जो भरा नहीं है भावों से जिसमें बहती रसधार नहीं। वह हृदय नहीं पत्थर है,
बाबा नागार्जुन की जयंती पर विशेष…
“एक पूत भारतमाता का, कंधे पर था झंडा, पुलिस पकड़ कर जेल ले गई, बाकी
मैं बिहार हूँ
श्री रामपुकार शर्मा, हावड़ा । मैं, बिहार हूँ। मैं, देवनदी गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा, गोदावरी,