सोलहवीं सदी में मुगलिया विस्तारवाद पर नकेल कसने वाले- पूर्वोत्तर के शिवाजी, लचित बोरफुकन

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा। हमारे देश का विस्तृत इतिहास हमारे पूर्वजों की वीरता, त्याग और

एक अकिंचन सेवक और निष्काम कर्मयोगी- हनुमान प्रसाद पोद्दार ‘भाई जी’

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा। गोरखपुर के ‘गीता प्रेस’ का नाम-स्मरण मात्र से ही हमारे मन-मस्तिष्क

गंगा दशहरा विशेष : मानो तो मैं गंगा माँ हूँ…

श्री राम पुकार शर्मा, हावड़ा। मैं सर्वपाप नाशिनी समस्त चराचर की ममतामई प्रवाहमय गंगा हूँ।

कोलकता और हावड़ा की शान, मैं हावड़ा पुल हूँ

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा। मैं देश भर में प्रसिद्ध ‘प्रलम्बित बाहुधरण (Suspension type Cantilever Bridge)

बरेली के बाजार में झुमका

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, भौगोलिक और औद्योगिक दृष्टि से उन्नत उत्तर प्रदेश का

यात्रा वृत्तांत : ‘शरत स्मृति कुटीर’

श्रीराम पुकार शर्मा हावड़ा। बंगला भाषा के साथ ही किसी भी भाषीय साहित्य-प्रेमी के लिए

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अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के संदर्भ में

‘छाता पग पनही नहीं और न बांधहिं पाग’ श्री राम पुकार शर्मा हावड़ा। कवि जयराज

24 जुलाई जन्मदिन विशेष : भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ – मनोज कुमार

कोलकाता। यह आत्म-गर्वीली, आत्म-स्वाभिमानी और देश-प्रेम से परिपूर्ण गीत-उक्ति है, देश-भक्ति से ओत-प्रोत स्वाभिमानी अभिनेता-निर्माता-निर्देशक

विश्व ब्रेल दिवस पर विशेष…

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा । दृष्टिहीन (सूर) लोगों की अंधकारमय दुनिया कैसी होती है? इसका