डॉ. आर.बी. दास की कविता : ऐ जिंदगी

।।ऐ जिंदगी।। डॉ. आर.बी. दास ऐ जिंदगी तेरा शुक्रिया… तूने कई बार भ्रम को मेरे

डॉ. आर.बी. दास की कविता : मैने सीखा है

।।मैने सीखा है।। डॉ. आर.बी. दास मैने दिल तोड़ना नहीं दिल रखना सीखा है… मैने

डॉ. आर.बी. दास की कविता : अपनी उम्र का मजा लीजिए

।।अपनी उम्र का मजा लीजिए।। डॉ. आर.बी. दास खतरे के निशान से ऊपर बह रही

डॉ. आर.बी. दास की कविता…

लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पे क्योंकि, मैने कभी दर्द की नुमाइश नही की,

श्री विश्वकर्मा जयंती विशेष

डॉ. आर.बी. दास, पटना। विश्वकर्मा जी को हिंदू धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों के अनुसार निर्माण

डॉ. आर.बी. दास की कविता : मन नहीं करता

।।मन नहीं करता।। डॉ. आर.बी. दास कभी नींद आती थी… आज सोने को मन नहीं

पान समाज ने एमएलसी लाल मोहन गुप्ता का किया अभिनन्दन

मौके पर समाज के 41 समाज शिरोमणि, समाज गौरव, समाज रत्न और प्रतिभा रत्न से

डॉ. आर.बी. दास की रचनाएं

चेहरे की हंसी दिखावट सी हो रही है, असल जिंदगी भी बनावट सी हो रही

डॉ. आर.बी. दास की रचना

जरूरी नहीं हर रिश्ता प्यार का ही हो, कुछ रिश्ता अपनापन का भी होते हैं…

डॉ. आर.बी. दास की रचना

वो भी क्या समय था… जब किसी को स्टेशन छोड़ने जाओ तो… आंखे नम हो